Instant Illegal Loan App: ऑनलाइन लोन देने वाले एप बन रहे हैं सुसाइड के कारण, एक महीने के अंदर तीन लोगों ने दी जान

Instant Illegal Loan App: पिछले कुछ महीनों में काफी सारे ऐसे एप्प्स उभर कर आये हैं जो कुछ साधारण डॉक्यूमेंट लेकर लोगों को कम ब्याज दर पर इंस्टेंट लोन देने का वादा करते हैं। इनमें से कुछ 10 हजार तक का लोन देते हैं, तो कुछ 2 से 5 लाख तक का। यह लोन एप जमकर अपना प्रमोशन करवा रहे हैं। कोई भी व्यक्ति इमरजेंसी में इन लोन एप्प्स से लोन ले लेता है, लेकिन शायद उसे बाद में चुकाना ज्यादा महंगा पड़ता है।

प्रमोशनल वीडियो देखकर जाल में फस जाते हैं लोग

यह लोन एप्प प्रमोशनल वीडियो में लोगों को कुछ इस तरह दर्शाते हैं कि इनसे लोन लेना बेहद आसान है और यह लोन आसानी से चुकाया जा सकता है लेकिन असलियत कुछ और है। काफी सारे ऐसे मामले देखे जा चुके हैं, जिनमें इन एप्प्स की टीम लोगों को काफी अधिक पैसे चुकाने पर मजबूर करती है। इनसे परेशान होकर कुछ लोगों ने आत्महत्या तक भी की है। पिछले एक महीने में ही 3 से अधिक आत्महत्या के मामले सामने आ चुके हैं।

Instant Loan App Fraud

प्राइवेट सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करने वाले सुनील ने की आत्महत्या

हैदराबाद के राजेंद्र नगर में रहने वाला सुनील प्राइवेट सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता था। वह एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर था और अच्छी खासी सैलरी प्राप्त करता था लेकिन लॉकडाउन के दौरान वह अपनी नौकरी खो बैठा और आर्थिक परेशानियों का सामना करने लगा। ऐसे में उसने घर चलाने के लिए काफी सारे ऑनलाइन लोन देने वाले एप्लीकेशन से लोन ले लिये। जब एप्लीकेशंस को लोन चुकाने का समय आया तो सुनील समय पर लोन नहीं चुका पाया, और ऐसे में एप्लीकेशन ने सुनील के फ़ोन में मौजूद सभी कॉन्टेक्ट्स को एक्सेस करके उन्हें सुनील के लोन से जुड़ी हुई जानकारी भेज दी। सुनील को मानसिक परेशानियां झेलनी पड़ी और बुधवार रात को उसने अपने कमरे में फांसी लगा ली।

महिला कृषि अधिकारी ने भी की डिप्रेशन में सुसाइड

ऑनलाइन इंस्टेंट लोन देने वाले यह एप्लीकेशन काफी सारे लोगों के मानसिक उत्पीड़न का कारण बन रहे हैं। तेलंगाना में रहने वाली 24 साल की एक महिला अधिकारी ने अपने डॉक्यूमेंट जमा कराकर एक इंस्टेंट लोन देने वाले ऍप्लिकेशन से लोन लिया। लेकिन वह महिला समय पर लोन नहीं चुका पाई, और कंपनी ने उसे भी सोशल मीडिया पर बदनाम करना शुरू कर दिया। अपना  अपमान देख महिला कृषि अधिकारी मानसिक समस्याओं का सामना करने लगी, और आखिरकार उन्होंने भी आत्महत्या कर ली।

नौकरी न मिलने के कारण उषा मणि ने लिया था लोन

विशाखापट्टनम की सुन्दरैया कॉलोनी से अगला मामला देखने को मिला है। महिला ने अपनी एमबीए की पढ़ाई करने के लिए नौकरी ढूंढना शुरू कर दिया, लेकिन उन्हें कोई बेहतर नौकरी नहीं मिल पाई। बेरोजगारी के कारण महिला अपना घर चलाने में कामयाब नहीं हो पा रही थी और ऐसी परिस्थिति में उन्होंने ऑनलाइन इंस्टेंट लोन देने वाले एप्लीकेशन की सहायता लेने का निर्णय लिया। वह करीब 25 हजार के लोन में डूब चुकी थी, और आख़िरकर उन्होंने भी 3 नवंबर के दिन फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

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