74th Independence Day 2020 President Ram Nath Kovind Speech: 15 अगस्त 1947 को हमारा देश अंग्रेजों की 200 साल की गुलामी से आजाद हुआ। इस दिन हर साल हम स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। 15 अगस्त के दिन देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जनता को संबोधित करते हैं और लोगों में देशप्रेम की भावना जगाते हैं। भारत के वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले देश को संबोधित किया है। अपने इस सम्बोधन में महामहिम राष्ट्रपति ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कई खास बातें बताई है।
सेनानियों के बलिदान के कारण ही स्वतन्त्र हुआ भारत
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने भाषण की शुरुआत के दौरान भारत को आजादी दिलाने वाले क्रांतिकारियों को याद करते हुए कहा कि ‘हम सभी 15 अगस्त के दिन स्वाधीनता सेनानियों के बलिदान को कृतज्ञता के साथ याद करते हैं। उनके बलिदान के बल पर ही, हम सब, आज एक स्वाधीन देश के निवासी हैं’।
सन्त और राजनेता का समन्वय थे महात्मा गांधी
देश को संबोधन देते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि ‘राष्ट्रपिता महात्मा गांधी संत और राजनेता का एक अनोखा समन्वय थे। ऐसा महान समन्वय केवल भारत की मिट्टी में ही देखा जा सकता है। महात्मा गांधी के प्रयासों के कारण देश को सफलतापूर्वक आजादी मिली।
इस वर्ष नहीं होगा हर बार जैसा माहौल
रामनाथ कोविंद ने देशवासियों को सुरक्षित रहने का सन्देश देते हुए कहा कि ‘कोरोना वायरस के कारण इस साल स्वतंत्रता दिवस के उत्सव में हमेशा की तरह धूम-धाम नहीं होगी। लेकिन सभी देशवासी घर पर रहकर स्वतन्त्रता दिवस को मना सकते हैं’।
कोरोना से लड़ने में जुटा हुआ है देश
राष्ट्रपति ने इन विपरीत परिस्थितियों में देशवासियो का साहस बढ़ाते हुए कहा कि ‘केंद्र सरकार ने विपरीत परिस्थितियों के पूर्वानुमान से महत्वपूर्ण कदम उठाये और अब भी उठा रही है। राज्य सरकार भी अपने अनुसार वायरस से लड़ने के लिए कार्य कर रही है। सबसे खास बात यह है कि पूरा देश सरकार के फैसलो में साथ दे रहा है’।
डॉक्टरों और नर्सो का ऋणी है राष्ट्र
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने भाषण के दौरान एक बेहद ही खास बात कही ‘देश में कोरोना की इस महामारी से कई लोगो ने अपनी जान गँवानी पड़ी है। इसका पूरा श्रेय देश के काबिल डॉक्टरों और नर्सो को जाता है जिनकी देखभाल में कई लोगों ने रिकवरी की है। देश हमेशा डॉक्टरों और नर्सो के इस योगदान का ऋणी रहेगा’।
प्रबंधन दलों की मदद को भी दिया प्रोत्साहन
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कोरोना वायरस महामारी के बीच आये पश्चिम बंगाल और ओडिसा राज्य के ‘अम्फान’ चक्रवात का जिक्र करते हुए कहा कि ‘इस प्रकार की विपरित परिस्थितीयों मे जिन प्रबंधन दलों ने लोगों की मदद की है वह भी तारिफ के काबिल है। इन प्रबंधन दलों के कारण राज्यों को समस्याओ से लड़ने में काफी राहत मिली।
10 लाख से अधिक भारतीयों को देश में लाया गया
राष्ट्रपति ने अपने भाषण के दौरान “वन्दे भारत मिशन” का जिक्र करते हुए कहा कि ‘दुनिया में विभिन्न देशों में फसे हुए 10 लाख से भी अधिक लोगों को वन्दे भारत मिशन के अन्तगर्त अपने देश में वापस लाया गया’। इसके अलावा महामहिम राष्ट्रपति ने अपने सम्बोधन में भारतीय रेल्वे के बारे मे कहा कि ‘भारतीय रेलवे के द्वारा इस चुनौतीपूर्ण समय में भी आवागमन किया गया जिससे वस्तुओं और सेवाओं के साथ लोगों का आवागमन भी आसान बना’।