Navjot Singh Sidhu road rage case: 25 साल के नौजवान नवजोत सिंह सिद्धू ने पटियाला में 27 दिसंबर 1988 की दोपहर गुरनाम सिंह को मामूली विवाद में सिर पर मुक्का मार दिया था, इससे उन्हें ब्रेन हैमरेज हो गया और मौत हो गई। इस मामले में गठित डॉक्टरों के बोर्ड ने मौत का कारण सिर में चोट और कार्डियक कंडीशंस बताया था।
34 साल पुराने रोड रेज के केस में पंजाब कांग्रेस के पूर्व नेता नवजोत सिंह सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट ने 1 साल की सख्त सजा सुनाई है। रोड रेज केस के कारण सिद्धू के द्वारा एक पार्किंग को लेकर गुरुनाम सिंह से कहा सुनी हो गयी थी जिस के कारण सिद्धू ने अपने हाथ से सर में मुका मार कर गुरुनाम सिंह को रोड पर छोड़कर ही फरार हो गए थे।
पुलिस की टीम द्वारा पीड़त को हॉस्पिटल ले जाया गया था उसी मोके पर पीड़ित व्यक्ति की मौत हो गयी थी। डॉक्टरों की टीम द्वार पोस्टमार्टम करने से पता चला की पीड़ित गुरुनाम सिंह की मौत सर में तेज चोट लगने के कारण हुई है। सिद्धू का उस समय भी सुप्रीम कोर्ट में केस में चला था जिस समय कोर्ट ने उन पर जुर्माना एक हजार रूपये का लगा दिया गया था।
लेकिन पीड़िता के परिवार ने सुप्रीम कोर्ट में एक पुनः विचार याचिका दायर की गयी थी। जिसके चलते ये मामला 34 साल बाद सिद्धू पर भारी पड गया सुप्रीम कोर्ट ने सजा सुना दी है कोर्ट ने सिद्धू को एक साल की कैद की सजा दी गयी है।
क्या सिद्धू को आज ही जाना होगा जेल
कोर्ट के फैसले के बाद सिद्धू को गिरफ्तार किया जायेगा या व अपने आप को खुद सरेंडर करेंगे। इस मामले में पटियाला पुलिस को इस मामले में कानून का पालन करना होगा सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को सरेंडर या गरिफ्तारी पर कोई राहत नहीं दी है। सिद्धू को आज ही जेल जाना होगा। सिद्धू को एक साल तक की सजा काटने के लिए सिद्धू को पटियाला जेल भेजा जा सकता है सिद्धू आज ही अपने पटियाला घर पर आये थे।
अभी तक सिद्धू ने कोर्ट के फैसले पर कुछ नहीं बोलै है। इसके बाद सिद्धू अपने पटियाला हाउस से अपने अमृतसर घर के लिए रवाना हो गए है। सिद्धू ने बताया है की सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्वीकार है उन्होंने इस बात को ट्वीट कर के बताया है। जिस वक्त सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुना रहा था उस समय सिद्धू मंगाई को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। सिद्धू उस समय हाथी पर बैठ कर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने में लगे हुए थे।
कब हुआ था सिद्धू का झगड़ा गुरुनाम सिंह से
नवजोत सिंह सिद्धू का ये झगड़ा 27 दिसंबर 1988 को हुआ था। सिद्धू का ये झगड़ा एक पार्किंग को लेकर हुआ था। सिद्धू पर आरोप था की झगड़े के समय सिद्धू ने 60 साल के गुरुनाम सिंह जी से सर पर मुक्के से मार कर फरार होने का आरोप लगा था।
जिस के कारण उन को हॉस्पिटल में ही लेकर जाते ही डॉक्टरों की टीम ने उन्हें मर्त घोषित कर दिया था इसके बाद पीड़िता के परिवार ने उन पर केस दर्ज कर दिया गया था लेकिन उस समय कोर्ट ने सिद्धू पर 1000 रुपए का जुर्मान लगा दिया था।
लेकिन पीड़िता के परिवार ने कोर्ट में पुनः विचार याचिका लगा रकी थी। जिसके चलते आज कोर्ट ने आज सिद्धू को 1 साल तक कारावास कि सजा सुनाई है।
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