Budget 2021, Tax Rebate Home Loan Real Estate Sector: रियल एस्टेट और कंस्ट्रुलशन के क्षेत्र में काफी पहले मंदी चल रही है और फिर कोरोना ने इस पर और भी ज्यादा नकारात्मक प्रभाव डाला है। कोरोना के कारण निर्माण और कंस्ट्रक्शन का काम रुक गया जिस वजह से रियल एस्टेट के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को भारी नुक्सान झेलना पड़ा। लेकिन ऐसा हो सकता है कि साल 2021 रियल एस्टेट के क्षेत्र (Real Estate Sector) से जुड़े लोगों के लिए थोड़ा अधिक बेहतर साबित हो। बजट 2021 में इस साल किये जाने वाले बदलाव से रियल एस्टेट को काफी फायदा हो सकता है।
होम लोन ब्याज पर राहत बढ़ने की संभावना
प्राप्त हो रही रिपोर्ट्स की मानें तो होम लोन ब्याज पर राहत बढ़ाकर कम से कम 5 लाख रुपये सालाना करने के पक्ष में एक्सपर्ट्स की राय है। सरल भाषा में किसी बड़े शहर में टू बीएचके फ्लैट को खरीदने पर व्यक्ति के सालाना 3 से 4 लाख रुपये आराम से ईएमआई में चले जाते हैं। इंडस्ट्री चैम्बर फिक्की ने तो ब्याज वाले हिस्से की छूट सीमा 2 से बढ़ाकर 10 लाख तक करने की मांग की है। अगर ऐसा होता है तो क्षेत्र में मांग बढ़ेगी जिससे देश की इकोनॉमी को ऊपर उठने में भी मदद मिलेगी।
वर्तमान में कितनी है छूट?
अगर अभी होमलोन की वर्तमान छूट की बात की जाए तो इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत करीब 1.5 लाख रुपये तक के लोन मूलधन पुनर्भुगतान राशि पर टैक्स छूट दी जाती है। इतना ही नहीं बल्कि धारा 24बी के तहत होम लोन के ब्याज पर सालाना 2 लाख रुपये तक की रकम पर इनकम टैक्स पर छूट दी जाती है। इसके अलावा धारा 80EEA के तहत 45 लाख रुपये तक के मकान पर 1.5 लाख रुपये की होम लोन के ब्याज अदायगी पर इनकम टैक्स में अतिरिक्त छूट दी जाती है।
क्या है इंडस्ट्री की प्रमुख मांगे
रियल एस्टेट इंडस्ट्री की प्रमुख मांगों पर बात की जाए तो रियल एस्टेट ग्रुप्स का कहना है कि बजट में अगर होम लोन पर छूट, ब्याज सब्सिडी, जीएसटी कटौती, रियल एस्टेट को इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर का दर्जा देने जैसे कदम उठाए गए तो यह देश के पूरे हाउसिंग सेक्टर में तेजी लाने वाले कदम साबित हो सकते हैं। रियल एस्टेट ग्रुप्स ने होम लोन पर मिलने वाली ब्याज सब्सिडी को आगे बढाने की मांग की हैं।