20 Million People Lost Jobs in America: कोरोना वायरस के कारण पुरी दुनिया में लॉकडाउन का माहौल है। अब तक इस वायरस की कोई खास दवाई तैयार नही की गयी है जिस वजह से इस समय लॉकडाउन ही इसका एक मात्र और बेहतरीन उपाय बताया जा रहा है। लेकिन अब कोरोना वायरस के कारण हो रहे इस लॉकडाउन से पूरे विशब की अर्थव्यवस्था खतरे में आ रही है। इस लॉकडाउन के कारण अमेरिका को सबसे ज्यादा मार झेलनी पड़ रही है। कोरोना वायरस ने विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका को घुटने पर ला खड़ा किया है।
2009 की वैश्विक मंदी को छोड़ा पीछे
इस समय अमेरिका की बेरोजगारी दर बढ़कर 14.7 प्रतिशत हो चुकी है जो वाकई में लोगो को हैरान कर रही है। अमेरिका के श्रम विभाग के द्वारा पेश की गई रिपोर्ट के मुताबिक कोरोनावायरस के कारण केवल अप्रैल में आई बेरोजगारी के मामले 2009 में हुई वैश्विक मंदी में अमेरिका की बेरोजगारी के आंकड़ों को पीछे छोड़ रहे है। आपको यह जानकार हैरानी होगी क्या अमेरिका में पिछले 10 सालो में 2.28 प्रतिशत नौकरियां निकली थी जिनमें से 90% यानी की 2.05 प्रतिशत नौकरियां छीन चुकी है।
उच्च स्तर पर जा सकती हैं बेरोजगारी दर
विश्व के बड़े बड़े अर्थशास्त्रियों का मानना है कि अमेरिका की बेरोजगारी दर अभी और भी उच्च स्तर पर जा सकती है। अर्थशास्त्रियों का कहना हैं की 1929 के महामारी के समय भी अमेरिका की अर्थव्यवस्था की कुछ ऐसी ही हालत थी। साल 1933 में अमेरिका की बेरोजगारी दर 25% तक बढ़ गई थी जब हर चौथा अमेरिकी नागरिक बेरोजगार था। हालांकि इस साल फरवरी में यह बेरोजगारी दर 3.5% तक आ गई थी लेकिन अब हालात काफी बिगड़ चुकी है।
महिलाएं हो रही हैं अधिक बेरोजगार
नोटिस करने वाली खास बात यह है कि अमेरिका में पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की नौकरियां जा रही हैं। अगर आंकड़ों को देखा जाए तो साल 2020 में अप्रैल में करीब 1.04 करोड़ पुरुष बेरोजगार हुए थे जबकि करीब 1.19 करोड़ महिलाओं की नौकरियां गयी थी। अमेरिका में फरवरी में महिलाओ की बेरोजगारी दर करीब 3.4 प्रतिशत थी, जो अब 16.2 प्रतिशत ही चुकी है। जबकि पुरुषों की बेरोजगारी दर 3.6% से लेकर 13.5 प्रतिशत तक बढ़ी है। यह आंकड़े साफ दर्शाते हैं कि महिलाओं की नौकरियां पुरुषों के मुकाबला अधिक जा रही है।
पार्ट टाइम नौकरी करने वालो की संख्या में हुई वृद्धि
पिछले कुछ समय में कोरोना वायरस के कारण बेरोजगारी दर बढ़ती जा रही है और इस वजह से लोग फुल टाइम नौकरी ना मिलने की वजह से पार्ट टाइम नौकरी की तरफ बढ़ रहे है। आंकड़ों के अनुसार फुल टाइम नौकरी ना मिलने की वजह से करीब 1.1 करोड़ लोगों ने पार्ट टाइम नौकरी करने की बात को स्वीकारा है।