IPL 2020 Title Sponsor: इस समय सीमा-विवाद के कारण भारत और चीन में तनाव का माहौल है। इस वजह से भारतीय सरकार और भारतीय लोग दोनों ही चीनी प्रोडक्ट्स का बहिष्कार करने में लगे हुए हैं। इससे पहले खबरें आयी थी की बीसीसीआई आईपीएल (IPL 2020) के लिए वीवो को ही अपना स्पॉन्सर बनाये रखेगी जो की एक चीनी कम्पनी है। लेकिन हाल ही में बीसीसीआई और आईपीएल की डील टूट गयी है। अब आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप (IPL 2020 Title Sponsorship) के लिए बीसीसीआई का कॉन्ट्रैक्ट फैंटेसी गेम कंपनी ड्रीम-11 का कॉन्ट्रैक्ट सिर्फ 18 अगस्त से 31 दिसंबर तक रहेगा।
स्पॉन्सरशिप के लिए ड्रीम-11 ने 222 करोड़ रुपए में खरीदे राइट्स
वीवो से बीसीसीआई की डील टूटने के बाद से ही लोग यह बात जानना चाहते थे कि आईपीएल का नया टाइटल स्पॉन्सर कौन रहेगा? अब आखिरकार इंडियन प्रीमियर लीग 2020 (Indian Premier League 2020) के लिए नया टाइटल स्पॉन्सर मिल चुका है। दरअसल बीसीसीआई (BCCI) ने आईपीएल 2020 का टाइटल स्पॉन्सर फेंटेसी गेम कंपनी Dream11 को बनाया है। इंडियन प्रीमियर लीग 2020 की टाइटल स्पॉन्सरशिप पाने के लिए ड्रीम-11 को बीसीसीआई को 222 करोड़ रुपये देने पड़े। ड्रीम-11 का बीसीसीआई के साथ कॉन्ट्रैक्ट केवल 18 अगस्त से 31 दिसंबर 2020 तक के लिए है।
Dream11 wins IPL 2020 title sponsorship for Rs 222 crores: IPL Chairman Brijesh Patel
— ANI (@ANI) August 18, 2020
ड्रीम-11 में भी है चीनी कम्पनी का निवेश
लोगों के द्वारा चीनी प्रोडक्ट के बहिष्कार के कारण बीसीसीआई ने चीनी कंपनी विवो (VIVO) के साथ अपनी 5 साल की डील तो खत्म कर दी, लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग 2020 के नए टाइटल स्पॉन्सर ड्रीम-11 में भी चीनी कंपनी का बड़ा निवेश है। ड्रीम 11 में भी चीन का काफी पैसा लगा हुआ है। दरअसल चीन की विश्व प्रसिद्ध टेक्नोलॉजी कम्पनी टेंसेन्ट ने 2018 में फेंटेसी गेम कंपनी Dream11 में 100 मिलियन डॉलर्स यानी की करीब 720 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
जानें क्या रहा बीसीसीआई का जवाब?
चीन और भारत के बीच चल रहे विवाद के दबाव में बीसीसीआई ने वीवो से डील खत्म कर दी जिसके लिए पहले इनकार कर दिया गया था। लेकिन जब लोगों को यह बात पता चली कि इंडियन प्रीमियर लीग 2020 चेन्नई टाइटल स्पॉन्सर Dream11 में भी चीनी कंपनी का बड़ा निवेश है तो उन्होंने बीसीसीआई को एक बार फिर से सवालो में घेरना शुरू किया। लेकिन बीसीसीआई ने भी इसका जवाब देते हुए कहा की ड्रीम-11 में टेंसेन्ट की केवल 10 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बता दे कि Dream11 एक भारतीय कंपनी है जिसके फाउंडर हर्ष जैन औए भावित सेठ हैं। इसके अलावा ड्रीम-11 को केवल भारतीय यूज़र्स ही उपयोग करते हैं।
कम की गयी टाइटल स्पॉन्सरशिप की कीमत
बता दें कि बीसीसीआई ने इस बार इंडियन प्रीमियर लीग के लिए टाइटल स्पॉन्सरशिप पाने के लिए भारतीय कंपनियों को लुभाने के उद्देश्य से टाइटल स्पॉन्सरशिप की कीमत भी कम कर दी है। पहले यह कीमत 440 करोड़ रुपए सालाना थी लेकिन अब इसे 350 करोड़ रुपए कर दिया गया है। लेकिन ड्रीम-11 को ऑक्शन के कारण 222 करोड रुपए में टाइटल स्पॉन्सरशिप मिली है। बता दें कि दूसरे नम्बर पर बायजु (210 करोड़) और तीसरे नम्बर पर अनएकेडमी (170 करोड़) रही है। टाटा आनन्द संस भी इस दौड़ में थे लेकिन उनके द्वारा बोली नहीं लगाई गयी।