ELSS Scheme Of Mutual Funds: अगर टैक्स बचाना है और अच्छे रिटर्न चाहिए तो बेहतर रहेगी म्यूचुअल फंड्स की ELSS स्कीम

ELSS Scheme Of Mutual Funds, Tax Saving Scheme: अगर आप एक अच्छी खासी नौकरी कर रहे हो या फिर एक अच्छा व्यवसाय कर रहे हो तो आपके लिए निवेश करना भी काफी जरूरी है ताकि भविष्य में अच्छे रिटर्न मिल सकें। अगर आप किसी ऐसी जगह पर निवेश करना चाहते हो जहाँ आपको रिटर्न भी अच्छा मिले और आपका थोड़ा टैक्स भी बच जाए तो आप म्युचुअल फंड्स की ELSS स्किम में निवेश कर सकते हो। म्यूचल फंड्स की ELSS स्किम का पूरा नाम ‘इक्विटी लिंक्‍ड सेविंग स्‍कीम’ हैं जिसमें 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट (Tax Saving Scheme) का लाभ उठाया जा सकता है।

ELSS Scheme Of Mutual Funds: जानें इक्विटी लिंक्‍ड सेविंग स्‍कीम में क्या है खास

इक्विटी लिंक्‍ड सेविंग स्‍कीम में 3 साल का लॉकिंग पीरियड रहता हैं यानी कि जो पैसे आप स्कीम में निवेश किये हुए हैं वह पैसा मात्र 3 साल में निकाल सकते हो। इसे इस स्किम का सबसे बेहतरीन फीचर कहा जा सकता है जिसकी वजह से लोग इसकी तरफ आकर्षित होते हैं। अगर देखा जाए तो इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (Equity Linked Savings Scheme) सरकार के द्वारा चलाई जा रही अन्य स्कीम्स के मुकाबले काफी कम लॉक इन पीरियड के साथ पेश की जाती है। PPF में भी 15 साल का लोक-इन पीरियड रहता है, तो ऐसे में इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्किम (ELSS) का लोक-इन पीरियड (Lock-in Period) काफी बेहतर हैं।

बता दें कि अगर आप चाहे तो लॉक इन पीरियड पूरा होने के बाद भी अपना निवेश जारी रख सकते हैं। लोक-इन पीरियड पूरा होने के बाद जब भी जरूरत हो पैसा निकाला जा सकता है। इस तरह के विकल्प किसी अन्य स्‍कीम में शायद ही देखने को मिलते हैं।

Mutual Funs ELSS Scheme

Small investment Scheme: मात्र 500 रुपये से की जा सकती है निवेश की शुरुआत

इक्विटी लिंक्‍ड सेविंग स्‍कीम आज के समय में निवेश करने के लिए म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) की सबसे बेहतरीन स्कीम में से एक है। इसका एक मुख्य कारण यह भी है कि इस स्कीम में मात्र ₹500 से निवेश की शुरुआत की जा सकती है। इक्विटी लिंक्‍ड सेविंग स्‍कीम में सिस्‍टमैटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान (SIP या सिप) में 500 रुपये से भी निवेश की शुरुआत की जा सकती है। इसकी अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं हैं।

बता दें कि इस प्रकार के फंड में निवेशकों को 2 विकल्प दिए जाते हैं जिनमें से पहला विकल्प ‘ग्रोथ’ तो दूसरा ‘डिविडेंड पेआउट’ हैं। बता दें कि ग्रोथ स्कीम में पैसा लगाकर उस पैसे को लगातार स्‍कीम में बनाया रखा जाता है तो वही डिविडेंड पेआउट में कंपनियां समय-समय पर फायदा उठाती रहती है। कुछ योजनाओं में जहां साल में एक बार पेआउट मिलता है तो कुछ में साल में एक से अधिक बार भी पर आउट लिया जाता है।

Gains Of More Than 10% In 1 Year: 10 प्रतिशत से भी अधिक रिटर्न प्राप्त करें

ELSS स्कीम में विभिन्न फंड हैं, जिनमें निवेश करके काफी बेहतरीन रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है। इसके अंतर्गत मिराए एसेट टैक्स सेवर में 1 साल में 10.6 प्रतिशत तक का रिटर्न, इनवेस्को इंडिया टैक्स प्लान में 9.76 प्रतिशत तक का सालाना रिटर्न, आदित्य बिड़ला सन लाइफ टैक्स रिलीफ 96 में 8.96 प्रतिशत तक का सालाना रिटर्न, एक्सिस लॉन्ग टर्म इक्विटी में 5.44 प्रतिशत तक का सालाना रिटर्न, कोटक टैक्स सेवर में 5.24 प्रतिशत तक का सालाना रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है।

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