Governor Baby Rani Maurya Interview: उत्तराखण्ड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य अपने साहस पूर्ण और बेहतरीन कामों के चलते हुए अक्सर सुर्खियों में रहती है। इस बात में कोई शक नहीं है कि आगरा की मेयर और उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग की अहम सदस्य होने का अनुभव उनके राजनीतिक करियर में काफी काम आ रहा है। बेबी रानी मौर्य को उत्तराखंड का राज्यपाल बने केवल 2 साल ही हुए हैं और उनके बेहतरीन कामों की वजह से उन्हें महिला सशक्तिकरण के रूप में देखा जाने लगा है। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य पर्यावरण, विकास और शिक्षा जैसे विषयों पर अधिक एक्टिव रहती हैं।
हाल ही में बेबी रानी मौर्य ने राज्यपाल के रूप में उत्तराखण्ड में 2 साल पूरा होने पर भारत के मशहूर हिंदी न्यूज़ पोर्टल और पत्र ‘अमर उजाला’ को अपना इंटरव्यू दिया, इस इंटरव्यू में उन्होंने कई महत्वपूर्ण बिंदु शेयर किये, जो जानने के योग्य हैं।
देवभूमि उत्तराखंड की सेवा करते हुए पूरे हुए 2 साल
उत्तराखंड को प्राकृतिक रूप से सम्पन्न प्रदेश के रूप में देखा जाता है। भारतीय संस्कृति के अनुसार उत्तराखण्ड देवभूमि है। ऐसे राज्य का राज्यपाल होना बेबी रानी मौर्य के लिए सौभाग्य की बात है। 26 अगस्त 2018 को बेबी रानी मौर्य ने उत्तराखंड के राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी। बेबी रानी मौर्या ने अमर उजाला के साथ बात करते हुए कहा कि ‘2 साल की राज्यपाल की अवधि में मैंने सदैव भारतीय संविधान की मर्यादा रखते हुए प्रदेश की सेवा की, और विकास के कार्यो में पूर्ण योगदान दिया’।
सुझावों का सम्मान करती है राज्य सरकार
उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने अपने 2 साल के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि उनके पास जनता के हित के लिए कोई सकारात्मक सुझाव होता है, तो वह राज्य सरकार को जरूर देती है। बेबी रानी मौर्य ने बताया कि राज्य सरकार उनके द्वारा दिए गए सुझावों का सम्मान करती है। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि उत्तराखंड विकास के मामले में देश के सबसे बेहतरीन राज्यों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराता रहा है, और ऐसे राज्य का राज्यपाल होना एक सौभाग्य की बात है।
‘महिला सशक्तीकरण सदैव मेरी शीर्ष प्राथमिकता रही है’: बेबी रानी मौर्य
अमर उजाला के पत्रकार से बातचीत के दौरान राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि महिला सशक्तिकरण सदैव उनके लिए प्राथमिकता रहा है। उनका मानना है कि एक सशक्त महिला को हमेशा समाज की वंचित, गरीब और कमजोर महिलाओं के प्रति तत्पर रहना चाहिये। यही कारण है कि उन्होंने एक सम्मेलन में महिला सशक्तिकरण के संकल्प को शक्ति देने के उद्देश्य से राज्य की प्रशासनिक सेवाओं में कार्यरत महिला अधिकारियों को बुलाया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास में महिलाओं की मुख्य भूमिका है और हमेशा रहेगी।
कुछ महीनों में कोरोना संकट से मिल जाएगा छुटकारा
जब अमर उजाला के पत्रकार ने बेबी रानी मौर्य से कोरोना के विषय पर सवाल किया तो बेबी रानी मौर्य ने कहा कि आने वाले कुछ महीनों में कोरोना संकट से हम पूरी तरह निकल जाएंगे। राज्यपाल ने बताया कि उत्तराखण्ड में कोरोना पर रोक के लिए डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मचारी और पुलिस-प्रशासन के लोगों ने अब तक बेहतरीन काम किया है जो कि सराहनीय है। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने खुद भी मरीजों से बात की और उन्हें प्रोत्साहित किया।