GST QRMP Scheme: सरकार हमसे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दो तरीके से टैक्स लेती हैं। अप्रत्यक्ष टैक्स जैसे कि GST और प्रत्यक्ष टैक्स जैसे कि टोल टैक्स और इनकम टैक्स! सबसे अधिक इनकम टैक्स मायने रखता है जो देश के विकास जैसे कि सड़क के निर्माण, रेलवे के निर्माण, सरकारी योजनाओं को चलाने आदि में महत्वपूर्ण योगदान देता है। हाल ही में सरकार ने गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (GST) सिस्टम के तहत छोटे करदाताओं के लिए क्वार्टरली रिटर्न फाइलिंग एंड मंथली पेमेंट ऑफ टैक्सेस (QRMP) स्कीम की शुरुआत की है जो कि छोटे करदाताओं के लिए अधिक फायदेमंद साबित होगी। यह स्कीम उन करदाताओं के लिए है जिन्होंने पिछले वित्तीय वर्ष में 5 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार किया और जिन्होंने 30 नवंबर 2020 तक अपना अक्टूबर का GSTR-3B (सेल्स) रिटर्न दाखिल कर दिया।
GST QRMP Scheme Enabled On GST Portal: करदाताओं को दिए जा रहे हैं 2 बेहतरीन विकल्प
बता दें कि सरकार के द्वारा शुरू की गई इस नई क्वार्टरली रिटर्न फाइलिंग एंड मंथली पेमेंट ऑफ टैक्स एस यानी कि QRMP स्कीम के अंतर्गत छोटे टैक्सपेयर्स को दो बेहतरीन विकल्प मिलेंगे। दरअसल GST काउंसिल ने हाल ही में 5 अक्टूबर को हुई अपनी बैठक में कहा था कि 5 करोड़ रुपए तक के कुल कारोबार वाले रजिस्टर्ड व्यक्ति को मासिक रूप से या फिर तिमाही के अनुसार टैक्स भरने का विकल्प मिलेगा। यह सुविधा जनवरी से शुरू की जाएगी। यानी कि अगले साल से छोटे करदाता जिनका कारोबार 5 करोड़ से कम है वो हर महीने या तीन महीने में एक बार टैक्स भर सकेंगे। इसके अलावा इन छोटे करदाताओं को GSTR-1 और GSTR-3B रिटर्न फाइल करने का विकल्प भी है।
कुल खर्च का लेखा जोखा करके खुद GST भर सकेंगे करदाता
QRMP स्किम के जरिये 5 करोड़ से कम के कारोबार वाले करदाता खुद ही लेख जोखा करने के बाद चालान के माध्यम से GST पेमेंट कर सकेंगे। इतना ही नहीं बल्कि सरकार की इस नई योजना के माध्यम से तिमाही के पिछले फाइल GSTR -3B के शुद्ध नकद लायबिलिटी का 35% भी भरा जा सकेगा। इसके अलावा कुछ तकनीकी सुविधाएं भी दी जा रही हैं जैसे कि तिमाही GSTR -1 और GSTR -3 B को एक SMS के माध्यम से भी फाइल किया जा सकेगा जिससे कि करदाताओं के लिए काफी काम आसान हो जाएंगे।
एक लाख करोड़ के पार हुआ GST कलेक्शन
अनलॉक प्रक्रिया के साथ ही तेजी से देश की इकोनॉमी भी उठना शुरू हो गयी है। बता दें कि GST कलेक्शन नवम्बर में फिर से 1 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक रहा। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों की तरफ नजर डाली जाए तो नवंबर के महीने में जीएसटी कलेक्शन 1.04 लाख करोड रुपए से भी अधिक रहा। बता दें कि यह पिछले साल नवम्बर के महिने में 1.03 करोड़ रुपये था। पिछले महीने यानी कि अक्टूबर 2020 में भी जीएसटी कलेक्शन करीब 1.05 लाख करोड़ रुपये था।