Car Insurance In Hindi: कार इंश्योरेंस के बारे में पता होनी चाहिए ये जरूरी बातें

Car Insurance in hindi: एक बेहतरीन कार खरीदना हर किसी का सपना होता है और हर रोज लाखों लोगों का यह सपना पूरा भी होता है। लेकिन कार खरीदना जितना महत्वकांक्षी होता है उतना ही जरूरी कार खरीदने के साथ कार इंश्योरेंस करवाना भी होता है। यह इंश्योरेंस करवाना किसी के लिए फायदेमंद साबित होता है तो किसी के पैसे व्यर्थ जाते है लेकिन भविष्य के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता अतः इंश्योरेंस करवा लेना चाहिए। आज हम आपको कार इंश्योरेंस के बारे में कुछ जरूरी बातें बताने वाले हैं।

पैसे भरो और भूल जाओ

कार बीमा ‘पैसे भरो और भूल जाओ’ की नीति पर काम करता है। कार इंश्योरेंस के लिये आपको हर साल एक किश्त भरनी होती है। अगर वो बेहद ही भाग्यशाली है और किसी भी तरह की भारी दुर्घटना से बच जाते हैं तो आपके पैसे डूबते समझें। ऐसी स्थिति में आप अपनी कार इंश्योरेंस के लिए भरी गयी किश्तों को खो देते हैं।

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लेकिन विपरीत परिस्थितियों में जब आप किसी कार दुर्घटना के शिकार होते हो या आपकी कार को किसी वजह से क्षति पहुचती है तो आपको इस इंश्योरेंस के दावे के अनुसार एक बेहतरीन राशि प्राप्त होती है। यह बेहतरीन राशि पहले वर्ष में किश्त के 20% से प्रारम्भ होती है और छठे वर्ष तक 50% तक चली जाती है। अतः छोटी क्षतियों के लिए दावा नहीं करने की सलाह दी जाती है।

IDV तय करता है पॉलिसी का मूल्य

कार इंश्योरेंस की बीमा पॉलिसी के मुताबिक मूल्य IDV पर तय होता है। बीमा कम्पनी के द्वारा आपकी गाड़ी के लिए आपको अधिकतम घोषित राशि जो की आपकी गाड़ी की बाजार कीमत के बराबर होती है, तक दी जा सकती है। यही कारण हैं कि नई गाड़ी ख़रीदते वक्त IDV आकलित की जाती है जो की आप जहाँ से गाड़ी खरीद रहे हो वहाँ (शोरूम) के सूचीबद्द मूल्य पर तय होती है। जब आप अपने इइंश्योरेंस को रिन्यू करवाते हैं तब IDV कम हो जाता है।

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Car Insurance In Hindi

क्या-क्या कवर करता है मोटर बीमा?

1. प्राकृतिक आपदा के कारण होने वाली क्षति : मनुष्य के नियंत्रण की बाहर की प्राकृतिक घटनायें जैसे की बिजली कड़कना, भूकंप, बाढ़, तूफान, चक्रवात, आँधी, भू-स्खलन आदि मोटर बीमा के तहत कवर किया जाता है।

2. मानव निर्मित आपदा के कारण क्षति या बर्बादी : घटनाएँ हमेशा प्राकृतिक ही नहीं होती बल्कि मानव निर्मित भी होती है। डकैती, चोरी, दंगा, हड़ताल, आतंकवादी गतिविधि, तथा सड़क, रेल या जल परिवहन से हुए क्षति जैसी हानियों को मानव निर्मित आपदाओं में गिना जाता है।

3. व्यक्तिगत दुर्घटना कवर : जब कभी व्यक्तिगत यानी कि ड्राइवर के द्वारा कार को कोई आपदा पहुंचती है तो उसके लिए भी बीमा कंपनियां कवर देती है। दुर्भाग्यवश पूर्ण हुई कार दुर्घटना के समय हुई मृत्यु के बाद आपके परिवार को भी कार इंश्योरेंस कंपनी के तरफ से आर्थिक सहायता मिल जाती हैं।

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4. थर्ड-पार्टी का विधिक दायित्व : अगर किसी दुर्घटना के दौरान किसी थर्ड पार्टी को आपकी तरफ से क्षति पहुंचती है तो कानूनी तौर से उस थर्ड पार्टी को भी आपको कुछ खबर देना होता है जिसमें आपकी कार इंश्योरेंस कंपनी आपकी सहायक बन सकती है।

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