PM Jan Dhan Yojana Account Holders Will Get Insurance Cover: कोरोना काल के दौरान जहाँ एक के बाद एक बुरी घटनायें घट रही हैं, तो वहीं कुछ बहुत कुछ खुश कर देने वाली खबरें भी आ रही हैं। सरकार इस समय लोगों की जितनी अधिक मदद हो सकें, उतनी मदद कर रही है। हाल ही में वित्त मंत्रालय ने एक बयान दिया है जिसके अनुसार सरकार जल्द ही जन धन खाता धारकों को बीमा देने वाली है। दरअसल इस योजना के तहत प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) को जन धन योजना से जोड़ा जाएगा।
जन धन योजना की छठी वर्षगांठ पर की घोषणा
वित्त मंत्रालय ने प्रधानमंत्री जन धन योजना की छठी वर्षगांठ पर यह महत्वपूर्ण घोषणा की है। प्रधानमंत्री जन धन योजना से अब तक करीब 40 करोड़ से अधिक लोग जुड़ चुके हैं। वित्त मंत्रालय के द्वारा दिए गए बयान के अनुसार जन धन योजना से जुड़े योग्य खाताधारकों को जीवन ज्योति बीमा योजना और सुरक्षा बीमा योजना के तहत बीमा उपलब्ध कराया जाएगा।
330 रुपये के प्रीमियम पर 2 लाख तक का बीमा
वित्त मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री जन धन योजना (PM Jan Dhan Yojna) को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) से जोड़ने के बाद 18 से 50 वर्ष की आयु के बीच वाले लोग केवल ₹330 के प्रीमियम पर 2 लाख रुपये तक का जीवन बीमा ले सकेंगे। लेकिन यह सुविधा सभी जन धन अकाउंट धारकों को नही मिलेगी। केवल योग्य लोगों को ही दिया जाएगा।
जन धन योजना की बीमा योजना से जुड़ने के बाद अगर खाताधारक की मृत्यु हो जाती है, तो उनके सबसे करीबी आश्रित को 2 लाख रुपये की राहत राशि मिलती है। प्रीमियम की रकम सीधे लाभार्थी के खाते से काट ली जाएगी। अगर बात करें सुरक्षा बीमा योजना की तो उसमें 17 रुपये के प्रीमियम पर 2 लाख की राहत राशि म्रत्यु पर और एक लाख रुपये की राशि दिव्यांगता पर दी जाती है।
नरेंद्र मोदी के कार्यकाल की शुरुआत में शुरू हुई थी जन धन योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुरुआती कार्यकाल में ही जन धन योजना की शुरुआत की गयी थी। इस योजना का मुख्य मकसद अधिक से अधिक लोगों का बैंक अकाउंट खुलवाना था, ताकि वह सरकारी योजनाओं का और बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठा सकें। यह योजना सरकार की सबसे पहली महत्वकांक्षी योजनाए में से एक थी। यह योजना काफी हद तक सफल भी हुई थी और इस योजना के अंतगर्त 40 करोड़ से भी अधिक लोगों के अकाउंट खोले गए थे।