Joe Biden Biography in Hindi: एक कार सेल्समैन का बेटा कैसे बना दुनिया का सबसे ताकतवर शख्स, जानिए!

Joe Biden Biography in Hindi: अमेरिका का राष्ट्रपति दुनिया का सबसे ताकतवर शख्स होता है। यह वो व्यक्ति होता है जिसकी दोस्ती से छोटे से छोटा देश ताकतवर बन जाता है और दुश्मनी से बड़े से बड़े देश कतराते हैं। जिस तरह से भारत में सबसे मुख्य और पावरफुल व्यक्ति प्रधानमंत्री होता है उसी तरह से अमेरिका में अमेरिका का राष्ट्रपति होता है। अमेरिका का राष्ट्रपति बनना कोई साधारण बात नहीं है। अमेरिका के पिछले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति बनने से पहले एक सफल बिजनेसमैन थे। वह कई पहलुओं में देश के लिए अच्छे साबित हुए तो उनकी कट्टर भाषा ने लाखों को नाराज भी किया। उनकी कहानी काफी रोचक थी लेकिन हाल ही में अमेरिका के नए राष्ट्रपति बने जो बिडेन की कहानी भी कुछ कम नहीं है। अगर मैं आपसे कहूँ की उनके पिता एक कार शोरूम में मामूली से सेल्समैन थे तो क्या आपको यकीन होगा? शायद नहीं, लेकिन यह सच है। तो चलिए जानते है अखिर कैसे एक कार सेल्समैन का बेटा बना दुनिया का सबसे ताकतवर शक्श!

Joe Biden Biography in Hindi

जो बिडेन की जीवनी – Joe Biden Biography in Hindi

जो बिडेन का जन्म 20 नवम्बर 1942 को अमेरिका के पेंसिल्वेनिया शहर के एक माध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता लम्बे समय तक पेंसिल्वेनिया में रहे लेकिन बाद में वह रोजगार की तलाश में न्यू कासल आ गए। उनके पिता ने न्यू कासल में आकर एक कार के शोरूम में सेल्समैन के तौर पर नौकरी करना शुरू कर दिया। उनके घर में 2 कमरे थे जहाँ बिडेन अपने माता-पिता और 4 भाई बहनों के साथ रहते थे। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद बिडेन ने यूनिवर्सिटी ऑफ डेलावेर से राजनीति विज्ञान की डिग्री हासिल की। राजनीति में उनकी शुरु से ही दिलचस्पी थी और वह अमेरिका की राजनीति में अपना एक अलग महत्व बनाना चाहते थे।

राजनीति में जाने का मन बिडेन अपनी बैचलर डिग्री के दौरान ही बना चुके थे लेकिन उन्होंने सिरेकस यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लॉ में वकालत की पढ़ाई करने सही समझा। करीब 1968 में बिडेन ने जुरिस डॉक्टर की डिग्री हासिल कर ली। क्योंकि उन्हें वकालत की डिग्री मिल चुकी थी इसलिए उन्होंने वकालत का अभ्यास भी शुरू कर दिया। मात्र 29 वर्ष की उम्र में ही ब्रिटेन अमेरिका के सीनेटर बन गए। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार आगे बढ़ते रहे। 1973 से 2009 तक वो अमेरिकी सीनेट के सदस्य बने रहे। सन 1987 में बिडेन ने पहली बार राष्ट्रपति पद के लिए अपने केम्पेन शुरू की।

लेकिन उस वक्त उनकी केम्पेन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ गया जब मीडिया में हर जगह यह बात वायरल होने लगी कि उन्होंने एक नेता की स्पीच चुराई है। इसके बाद 2008 में उन्होंने एक बार फिर अपने सपने की तरफ एक कदम बढ़ाया और पार्टी के अंदर  नॉमिनेशन फाइल करने की कोशिश की थी मगर सपोर्ट नहीं मिलने की वजह से उन्होंने दावेदारी वापस ले ली। लेकिन ओबामा के राष्ट्रपति बनने के बाद भी बिडेन को उपराष्ट्रपति बनाया गया और इस तरह से उनकी किस्मत चमक उठी। इसके बाद साल 2020 में उन्होंने अपने सपने के लिए पूरे जोर के साथ वापसी की और ट्रम्प को कड़ी टक्कर देते हुए वह राष्ट्र्पति बन गए। उनके ऊपर कई सारे आरोप भी लगे लेकिन बिडेन अब इन नकारात्मक आरोपों पर ध्यान न देते हुए अपने देश की सेवा में लग गए हैं।

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