जानिए सरकार वोटर आईडी में क्या क्या बदलाव कर रही है।

सरकार करने जा रही है वोटर आईडी में बदलाव, जानिए कैसे। 

वोटर आईडी भारत में मुख्य पहचान में से एक है। मतदान करते  समय वोटर आईडी का होना जरूरी है। लेकिन इसमें भारत सरकार एक बड़ा बदलाव करने जा रही है।  इस बदलाव में आधार कार्ड का होना आवश्यक है  अगर आधार कार्ड नहीं है तो वोटर आईडी में होने वाला सुधार प्रभावित हो सकता है जिससे बाद में आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। वोटर आईडी कार्ड सरकार द्वारा जारी किए गए सबसे महत्वपूर्ण Documant में से एक है।  चुनाव डालने में इस की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। इसके बिना आप वोट नहीं डाल सकते हैं।

वोटर आईडी में बदलाव

 वोटर आईडी कार्ड  कैसे बदले एड्रेस 

  • सबसे पहले आपको राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल www.nvsp.in पर जाना होगा और लॉगइन करना होगा।
  • अगर आप एक ही निर्वाचन क्षेत्र के अंदर एक निवास स्थान से दूसरे स्थान पर चले गए हैं, तो फॉर्म 8ए पर क्लिक करें।
  • अपना नाम, जन्म तिथि, राज्य, निर्वाचन क्षेत्र, वर्तमान स्थायी पता समेत सभी जरूरी डिटेल्स यहां भर दें।
  • कुछ डिटेल्स वैकल्पिक है जैसे ईमेल एड्रेस और मोबाइल नंबर, इन्हें भी भर दें।
  • फोटोग्राफ, एड्रेस प्रूफ और उम्र के प्रमाण समेत सभी सहायक दस्तावेज अपलोड करें।
  • सभी अपलोड किए गए दस्तावेजों के साथ फॉर्म भी ऑनलाइन जमा कर दें।
  • अब, डिक्लेरेशन ऑप्शन भर दें और कैप्चा डालें। सभी डिटेल्स को वेरिफाई करें और submit टैब पर क्लिक कर दें।

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वोटर आईडी को कर रही आधार से लिंक

वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक कर देने पर पहचान सुनिश्चित हो जाती है। वोटर आईडी धारक को आधार कार्ड से वोटर आईडी के साथ अवश्य लिंक करवाना पड़ेगा। प्रेस इंटरव्यू में जानकारी देते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक करने का पत्रावली  तैयार कर विधि मंत्रालय के पास भेज दिया गया है। विधि मंत्रालय से आदेश  मिलते ही इसे लागू कर दिया जाएगा। 

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