पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने छोड़ी पार्टी, जाखड़ कांग्रेस से काफी समय से नराज चल रहे है
पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने शनिवार को पार्टी छोड़ने की घोषणा की है, कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने पार्टी को उस समय अलविदा कहा है जब पार्टी राजस्थान के उदयपुर में चिंतन शिविर में व्यस्त थी। सुनील जाखड़ कांग्रेस से काफी समय से नराज चल रहे हैं, हाल ही में कांग्रेस ने कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पिछले महीने उन्हें सभी पदों से हटा दिया था |
जाखड़ ने कहा कि अगर वाकई चिंता होती तो कांग्रेस उत्तर प्रदेश में हार के लिए कमेटी बनाती। इसका कारण खोजती कि कैसे 403 में से 300 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार को 2 हजार वोट भी नहीं मिले। इससे ज्यादा वोट तो पंचायत के उम्मीदवार को ही मिल जाते हैं। उन्होंने कहा कि इसका जिम्मेदार उम्मीदवार नहीं बल्कि शीर्ष नेता और पार्टी नेतृत्व है, जिसने पंजाब को बर्बाद कर दिया है, कांग्रेस की यह दुर्दशा की है।
उनका कांग्रेस पार्टी के साथ 50 साल पुराना रिश्ता है और सुनील जाखड़ की तीसरी पीढ़ी कांग्रेस में है। इस बार उनके भतीजे संदीप जाखड़ कांग्रेस से विधायक बने हैं। टकसाली कांग्रेसी होने के बावजूद वह हाईकमान की उपेक्षा से नाराज रहे।
जाखड़ को हाल ही में चुनाव के दौरान बयानबाजी पर नोटिस भेजा गया है। जाखड़ का कहना है कि नोटिस भेजने से पहले कांग्रेस हाईकमान को उनसे बात करनी चाहिए थी। इसी वजह से उन्होंने नोटिस का जवाब नहीं दिया। जाखड़ ने स्पष्ट कर दिया कि वह कांग्रेस हाईकमान के आगे नहीं झुकेंगे।
Instead of discussing India’s economic, agricultural and foreign policy. Congress should discuss how will they save themselves from an existential crises. Instead of ‘chintan’ they should do ‘chinta’. Says Sunil Jakhar as he resigns from the Congress party. pic.twitter.com/dRgVmqd1MX
— Ashish (@aashishNRP) May 14, 2022
जाखड़ ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेतृत्व चापलूसों से घिरा हुआ है। सिर्फ इसी वजह से कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। उन्होंने पार्टी प्रधान सोनिया गांधी से अपील की कि वह पूरे देश में राजनीति करें लेकिन पंजाब को बख्श दें। कांग्रेस के चिंतन शिविर पर जाखड़ ने कहा कि मुझे कांग्रेस की हालत पर तरस आ रहा है।
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ये चिंतन शिविर सिर्फ एक दिखावा है, उससे ज्यादा कुछ नहीं। जाखड़ इस दौरान पार्टी नेता अंबिका सोनी पर काफी सख्त नजर आए। उन्होंने कहा कि सोनी ने हिंदुओं को बदनाम किया। उन्होंने कहा कि हिंदू को सीएम न बनाया जाए। पॉलिटिक्स से जुडी लेटेस्ट अपडेट जानने के लिए हमारी वेबसाइट newsraja.news को बुकमार्क करे।