#LargestVaccineDrive: भारत में कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू, सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुआ ‘सबसे बड़ा वैक्सीनेशन ड्राइव’

COVID-19 Vaccination In India, #LargestVaccineDrive: शनिवार, 16 जनवरी से देश भर में कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुवात हो चुकी है। कोविड-19 टीकाकरण अभियान (COVID-19 vaccination drive) के कुछ घंटों बाद ही सोशल मीडिया में इसकी चर्चाएं होने लगी। कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ शुरू किए दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के लिए प्रधानमंत्री की सराहना गई। देखते ही देखते ट्विटर पर लार्जेस्ट वैक्सीन ड्राइव हैसटैग ट्रेंड करने लगा। बता दें कि शनिवार को भारत में दो लाख स्वास्थ्यकर्मियों और सफाईकर्मियों को कोविड-19 के टीके (COVID-19 Vaccine) की पहली खुराक लगाई गई।

#LargestVaccineDrive

#LargestVaccineDrive: ट्विटर पर हुआ ‘लार्जेस्ट वैक्सीन ड्राइव’ ट्रेंड

देश भर में कोविड-19 के राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान आरम्भ होने के कुछ समय बाद ट्विटर पर 4.3 लाख ट्वीट के साथ ‘लार्जेस्ट वैक्सीन ड्राइव’’ हैशटैग ट्रेंड होने लगा। इसके साथ ही एक ट्विटर यूजर ने यह बात भी लिख डाली कि “पूरी दुनिया त्राहिमाम है फिर भी भारत के लोग आशावादी हैं क्योंकि प्रधानमंत्री हमें बचायेंगे। अर्थव्यस्था की दयनीय स्तिथि है भारतीय को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री जी सम्हाल लेंगे, कोविड-19 के टीकों पर भ्रम की स्तिथि थी फिर भी भारतीय लोग निश्चिंत हैं क्योंकि हम जानते हैं कि प्रधानमंत्री जी प्रधानमंत्री जी टीका ही चुनेंगे।”

राष्ट्रव्यापी टीकाकरण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने दिया भावुक संदेश

देश भर में कोविड-19 के राष्ट्रव्यापी टीकाकरण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश के नाम सम्बोधन देते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन की दो खुराक लेना जरुरी है और इन दोनों के बीच लगभग एक महीने का अंतर होना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने टीके से सम्बंधित लोगों को सभी दिशा-निर्देशों को पालन करने की भी सलाह दी। अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री उस समय भावुक नजर आये जब उन्होंने कोरोना महामारी संक्रमण काल के दौरान लोगों को हुए तकलीफ और उनके प्रियजनों को खोने और यहाँ तक कि अंतिम संस्कार में शामिल न हो पाने की बातें की।

COVID-19 Vaccination

देश भर में उत्सव का माहौल, इस तरह से लगाई जायेंगी कोरोना वैक्सीन

इस समय भारत में एक बड़े पैमाने पर टीकाकरण शुरू हो चुका है और सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ‘कोविशील्ड’ एवं भारत बायोटेक द्वारा विकसित स्वदेशी ‘कोवैक्सीन’ टीके के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है। कोविड-19 के बचाव के लिए वैक्सीन की पहली खुराक सबसे पहले अनुमानित 1 करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों और इसके बाद 2 करोड़ अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले कर्मियों को दी जाएगी। इसके बाद 50 वर्ष से अधिक उम्र वालों और अन्य बीमारियों से ग्रस्त 27 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जाएगी।

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