Latest Income Tax Slab 2021-22: इनकम टैक्स स्लैब के बारे में ये बातें जानना है जरूरी

Latest Income Tax Slab 2021-22: इनकम टैक्स के बारे में तो हम सभी जानते हैं। यह वह राशि है जो आप सालाना कमाई के आधार पर सरकार को देते हैं। इनकम टैक्स (Income Tax) भरना देश के हर स्थायी नागरिक का कर्त्तव्य होता है और यह अनिवार्य भी है। टैक्स के रूप में मिलने वाली इस रकम का इस्तेमाल सरकार देश के विकास में करती है। इनकम टैक्स निर्धारित किये गए इनकम टैक्स स्लैब कर अनुसार चुकाना होता है। इस साल आपको 31 जुलाई तक इनकम टैक्स चुकाना है। इनकम तक चुकाने के लिए आपको आपकी आमदनी पर टैक्स की गणना करना आना चाहिए।

What Is Income Tax Slab: क्या है इनकम टैक्स स्लैब?

इनकम टैक्स स्लैब (Income Tax Slab) एक तरह की गणना रहती है जो सरकार के द्वारा निर्धारित की जाती है। इनकम टैक्स स्लैब के जरिये ही आमदनी के ऊपर लगने वाले टैक्स की गणना की जा सकती है। वर्तमान इनकम टैक्स स्लैब के अनुसार 2.5 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं हैं। इसके बाद 2.5 लाख से 5 लाख रुपये की कमाई पर 5% टैक्स है। इसके बाद 5 से 10 लाख रुपये की कमाई पर 20% टैक्स है। 10 लाख और उससे अधिक कमाई पर 30% टैक्स निर्धारित है। टैक्स स्लैब में टैक्स की गणना लिए ग्रॉस सैलरी या टैक्सेबल इनकम की बात की जाती है।

Latest Income Tax Slab 2021-22

What Is Gross Salary: ग्रॉस सैलरी क्या होती है?

अगर आप ग्रॉस सैलरी (Gross Salary) के बारे में नहीं जानते हैं तो यह व्यक्ति की कुल आय होती है। ग्रॉस सैलरी में या फिर कहा जाए तो ग्रॉस इनकम में बेसिक सैलरी, एचआरए (हाउस रेंट अलाउंस), ट्रेवल अलाउंस, महंगाई भत्ता या डीए, स्पेशल अलाउंस, अन्य अलाउंस, लीव इनकैशमेंट और ग्रेच्युटी आदि शामिल किये जाते हैं। लेकिन टैक्स केवल टैक्सेबल इनकम पर दिया जाता है। ग्रॉस सैलरी में से कई चीजों जैसे कि हाउस रेंट अलाउंस, लिव ट्रेवल अलाउंस, लिव इनकेशमेंट, लाइफ इंश्योरेंस, बच्चों  की फीस, पीपीएफ में योगदान आदि चीजों का पैसा काटा जाता है। इससे टैक्सेबल इनकम का पता लगता है। हमें टैक्स केवल इस बची हुई राशि पर भरना होता है।

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