आंध्र प्रदेश में अंधविश्वास हुआ भारी, माता पिता ने अपनी बेटियों की बेरहमी से की हत्या

भारत वर्तमान में दुनिया की सबसे आधुनिक और दुनिया के सबसे मजबूत इकोनॉमी वाले देशों में से एक है लेकिन उसके बावजूद भी आज भी हमारे देश में कई क्षेत्रों में अंधविश्वास का पहलू बड़ा भारी प्रतीत होता है। हाल ही में आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिले में एक परिवार पर अंधविश्वास का साया इतना गहरा हो गया कि अपनी प्यारी बेटियों की हत्या ही कर दी। माता पिता ने स्वयं की अपनी बेटियों की हत्या की है। जिन नन्ही जानों को उन्होंने अपने हाथ से पाल पोसकर बड़ा किया, न जाने कहा से उन्हें खुद अपने हाथों से मारने की क्षमता उनमें आ गई। तो चलिये नज़र डालते हैं पूरे मामले पर

क्या है पूरा मामला?

मृतिकाओं के अपराधी माता-पिता का कहना है कि उनके पास कुछ विशेष दैवीय शक्तियां हैं, जिन्हें वह अपनी बेटियों को वापस से जीवन प्रदान करेंगे। जिले के पुलिस प्रशासन का कहना है कि मृत लड़कियों के पिता ने रविवार रात अपनी बेटियों की हत्या करने के बाद खुद अपने साथ काम करने वाले एक व्यक्ति को फोन कर इसकी जानकारी दी थी। उनके साथ काम करने वाला व्यक्ति उनके इस हरकत पर कुछ नहीं बोल पाया, और उसने सीधे पुलिस को फोन करके सारी वारदात बता दी। पुलिस तुरन्त ही घटनास्थल पर पहुची जहां उन्होंने अपराधी माता पिता को बेहोशी की हालत में पाया।

पुलिस के द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार मृतिकाओं की माँ ने दोनों बेटियों की हत्या की थी। पहली बेटी को त्रिशूल से मारा गया था और दूसरी बेटी को डम्बल से मारा गया था। पहली बेटी की हत्या से पहले उसका मुंडन भी किया गया था। पिता वहां खड़े हुए माँ को दोनों बेटियों की हत्या करते हुए देख रहा था। डीएसपी के द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार मोहल्ले के लोगों ने एक चीख सुनी और पुलिस को खबर की। जब पुलिस घटना स्थल पर पहुची तो उन्होंने दम्पति को सन्तुलन में नहीं पाया। माता पिता का कहना था कि कलयुग सतयुग में बदलने वाला है और वह कुछ घण्टे में ही अपनी बेटियों को वापस से जिंदा कर देंगे।

Parents brutally murdered their 2 daughters in chittoor andhra pradesh

पढ़े लिखे लोगो ने ही कर दिया ऐसा कांड

आपने अक्सर सुना होगा कि आधुनिक शिक्षा लोगों को सभ्यताओं से और अन्धविश्वओं से दूर ले जाती है। लेकिन इस मामले को देखते हुए ऐसा नहीं कहा जा सकता है। अपनी बेटियों को अंधविश्वास के कारण मारने वाले दोनों माता पिता अच्छे खासे पढ़े लिखे थे। उनके एजुकेशन और वर्क रिकॉर्ड को देखकर कोई यह नहीं कह सकता कि वे ऐसा अपराध कर सकते हैं। मृतिकाओं के पिता पुरुषोत्तम नायडू ने एम.एससी और पीएचडी की डिग्री हासिल की हैं और वह मदनपल्ली में सरकारी महिला डिग्री कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। वही बेटियों की हत्या करने वाली अपराधी माँ स्नातकोत्तर और स्वर्ण पदक विजेता है, और एक प्राइवेट स्कूल की प्रिंसिपल है। जिन बेटियों की हत्या की गई उनमें से बड़ी बेटी की उम्र 27 वर्ष और छोटी बेटी की उम्र 22 वर्ष थी।

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