Patanjali Corona Medates: पतंजलि ने लांच की कोरोना वायरस की दवा ‘कोरोनिल’, घर बैठे कर सकते हैं ऑर्डर!

Patanjali Corona Medicine Launch: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से आज पूरा विश्व प्रभवित हो गया है, और इसे रोकने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। वहीँ भारत में भी वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ते ही जा रही है। आंकड़ों के अनुसार सम्पूर्ण देश में कोरोना पॉजिटिव के कुल मामले 4 लाख 40 हजार से भी अधिक हैं। पर बताया जा रहा है कि एक्टिव केस से जयदा रिकवर हो चुके मरीज हैं। इस समय पूरी दुनिया के सइंटीस्ट और मेडिकल डिपार्टमेंट इस जानलेवा वायरस की दवा बनाने में है। इसी बीच योग गुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण की कंपनी पतंजलि ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के इलाज के लिए आयुर्वेदिक दवा कोरोनिल  (Coronil) को लॉन्च कर दिया है।

घर बैठे कर सकते हैं ऑर्डर

कंपनी के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने दावा किया था कि यह दवा 3-14 दिनों के अंदर कोरोना पीड़ित मरीजों का इलाज कर सकेगी। इसी के साथ उन्होंने यह भी दवा किया है कि इस दवा का रिकवरी रेट 100 फीसदी है। बाबा रामदेव ने यह भी बताया है कि दवा परीक्षण के तीन दिन के भीतर 69 प्रतिशत रोगी इस दवा से रिकवर हुए हैं। इसके अलावा 7 दिन के भीतर सौ फीसदी मरीज ठीक हुए और उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। उनका यह भी कहना है कि सोमवार को Ordernil APP लॉन्च किया जाएगा, और इसके जरिए तीन दिन के भीतर घर बैठे यह दवा उपलब्ध की जा सकेगी।

इन जड़ी बूटियों से मिल कर बनी है दवा 

पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, कोरोनिल मेडिसिन में गिलोय, अश्‍वगंधा, तुलसी, श्‍वसारि रस और अणु तेल का मिश्रण है। उनके मुताबिक, यह दवा दिन में दो बार- सुबह और शाम को ली जा सकती है। इसके अलावा उन्होंने यह कि दवा में मौजूद अश्‍वगंधा COVID-19 के रिसेप्‍टर-बाइंडिंग डोमेन (RBD) को शरीर के ऐंजियोटेंसिन-कन्‍वर्टिंग एंजाइम (ACE) से नहीं मिलने देता। मतलब साफ़ है कि कोरोना इंसानी शरीर की स्‍वस्‍थ्‍य कोशिकाओं में नहीं घुस पाता है। इसी के साथ दवा में मौजूद गिलोग कोरोना संक्रमण को रोकता है और तुलसी कोविड-19 के RNA पर अटैक करती है और उसे मल्‍टीप्‍लाई होने से रोकती है।

इसके अलावा आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि कंपनी पिछले साल के दिसंबर महीने से कोरोना वायरस की दवाई को लेकर काम कर रही है। कोरोनिल मेडिसिन का निर्माण दिव्य फार्मेसी और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड द्वारा हरिद्वार में किया जा रहा है। इसके अलावा पतंजलि ने यह भी बताया कि कोरोना टैबलेट पर हुआ शोध पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट हरिद्वार और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस जयपुर के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है।

आचार्य बॉलकृष्ण ने ट्वीट करके बताया 

बता दें कि इससे पहले पिछले महीने आचार्य बॉलकृष्ण ने कहा था कि उनकी कंपनी के द्वारा एक आयुर्वेदिक दवा की खोज की गई है जो कोरोना वायरस से लड़ सकती है और मरीज को  5-14 दिन के भीतर ठीक कर सकती है। उन्होंने ट्वीट किया,’#कोरोना की एविडेंस बेस्ड प्रथम #आयुर्वेदिक औषधि, #श्वासारि_वटी ,#कोरोनिल का संपूर्ण साइंटिफिक डॉक्यूमेंट के साथ कल दोपहर 12 बजे #पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से लॉन्च कर रहे है।’

इसके अलावा देश में कोविड-19 के इलाज के लिए मुख्‍य रूप से तीन दवाएं: Cipremi, FabiFlu और Covifor का इस्‍तेमाल किया जा रहा है। Cipremi और Covifor ऐंटीवायरल ड्रग रेमडेसिवीर के जेनेरिक वर्जन हैं। तो  Fabiflu टैबलेट असल में इन्‍फ्लुएंजा की दवा Favipiravir का जेनेरिक रूप है। सरकार की तरफ से हाल ही में इन तीनों को अप्रूवल दिया गया है। तो अब देखना यह होगा कि पतंजलि की ‘कोरोनिल’ टैबलेट को सरकार कोरोना के इलाज में इस्‍तेमाल करने की परमिशन देती है या नहीं।

Leave a Comment