Republic Day History, Facts, Importance, Significance: हर साल 26 जनवरी के दिन पूरे देश में गणतंत्र दिवस (Republic Day) मनाया जाता है। यह एक राष्ट्रीय पर्व है जिसे देश में रहने वाले सभी धर्मों के लोग बड़े धूम धाम से सेलेब्रेट करते हैं। इस साल हम सभी 72वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना रहे हैं। इस राष्ट्रीय पर्व की शुरुआत 1950 से हुई थी और 1950 में ही इसे पहली बार मनाया गया था। उसके बाद से हर साल इस पर्व को मनाया जाने लगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ’26 जनवरी को गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं’? अगर नहीं, तो इस लेख में हम आपको 26 जनवरी (26 January) सेलेब्रेट करने के पीछे के कारण के बारे में बताने वाले हैं।
Republic Day History, Facts, Importance, Significance: 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं?
गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है जो हर साल पहले महिने यानी कि जनवरी के 26वें दिन मनाया जाता है। 26 जनवरी के दिन 1950 में हमारे देश में भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को निरस्त कर सविंधान को लागू किया गया था। हमारे देश के संविधान को तैयार होने में 2 साल 11 महिने और 18 दिन लगे थे। भारत को एक लोकतांत्रिक देश और गणराज्य बनाने के लिए देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहलाल नेहरू की मुख्य भूमिका थी। 26 जनवरी 1929 को लाहौर कांग्रेस अधिवेशन में भारत को एक पूर्ण लोकतांत्रिक और गणराज्य देश बनाने का प्रस्ताव पेश किया गया था लेकिन अंग्रेजी हुकूमत ने कॉंग्रेस के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और उसके बाद 15 अगस्त 1947 में जब देश को आजादी मिली तो इस पर फिर काम शुरू कर दिया गया।
When Is Indian Republic Day Celebrated: आधिकारिक तौर पर 26 जनवरी को लागू हुआ था संविधान
जिन लोगों को लगता है कि संविधान 26 जनवरी को बनकर तैयार हुआ था तो बता दें कि यह थोड़ा गलत फैक्ट है। 26 जनवरी को देश में आधिकारिक तौर पर संविधान लागू किया गया था। 26 नवंबर 1949 को समीति ने सविंधान सभापति को सौंपा था। पहले भी 26 जनवरी 1929 को ही पहली बार पूर्ण गणराज्य का प्रस्ताव पेश किया गया था। लेकिन उस वक्त यह सम्भव नहीं हो पाया। इसके बाद 26 जनवरी के दिन ही भारतीय सविंधान को 1950 में लागू किया गया।