Share Market Tips in Hindi: शेयर बाजार को भारत में अनप्रिडिक्टेबल मार्केट के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन जो इसे समझ जाए उसे प्रॉफिट प्राप्त करने में ज्यादा देर नहीं लगती है। शेयर मार्केट में जहाँ एक तरफ काफी रिस्क है, तो वहीं दूसरी तरफ जबरदस्त रिटर्न्स की संभावनाएं भी है। पिछले कुछ महीनों से शेयर मार्केट (Share Market) के बिगड़े हुए हालात हर इन्वेस्टर को हैरान कर रहे हैं। इस हफ्ते निफ्टी एक बड़ी गिरावट की रेंज में जाने के असर लग रहे हैं। निफ्टी की यह रेंज बाजार समेकन की ओर इशारा करती है, और आने वाले दिनों में तेजी से बढ़त दिखाने के लिए तैयार नज़र आ रही है। यानी की हो सकता है अगले कुछ समय में शेयर मार्केट के हालात सुधरते हुए दिखाई दें। ऐसे में बेहतरीन प्रॉफिट कमाने का मौका दिखाई दे रहा है। बस सही शेयर्स का चुनाव करना है।
शेयर मार्केट के गिरावट की वजह कहीं भारत चीन सीमा तनाव तो नहीं?
पहले कहा जा रहा था कि शेयर बाजार (Share Market) में भारत और चीन के बीच हुए सीमा तनाव का जबरदस्त असर देखने को मिल सकता है लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। पहली तिमहै के कमजोड आकड़ों के बाद बाजार में कोई खास गिरावट नहीं हुई। वास्तव में बाजार 11,200 के नीचे स्तर से उठकर 11,613 पर आ गया है जो की एक अच्छी बात है। अब अगला अवरोध उच्च स्तर 12,400 है, जो भी जल्द देखने को मिलेगा। यानी कि भारत और चीन के बीच हुए सीमा तनाव का कोई खास असर देखने को नहीं मिला है और जल्द ही बाजार में सुधार देखने को मिलने वाला हैं।
टेलीकॉम इंडस्ट्री में निवेश रहेगा फायदेमंद
इस समय टेलीकॉम इंडस्ट्री में निवेश काफी फायदेमंद माना जा रहा है। अगर लॉन्ग टर्म के लिए इंडस्ट्री में निवेश किया जाए तो यह और भी बेहतर हो सकता है। ARPU में ₹100 की बढ़त देखने को मिली है, जो कि कोई छोटी बात नहीं है। यह कंपनी के लिए 36000 करोड़ रुपए बड़ा फायदा है। जिस क्षेत्र में USA की टेक कंपनिया बड़ी रूचि दिखा रही है, इससे साफ़ पता चलता है कि रिलायंस जियो ने 20 फीसद की हिस्सेदारी डेढ़ लाख करोड़ रूपये से अधिक में बेची है। इससे कम्पनी का मार्केट कैप 7.5 लाख करोड़ जान पड़ती हैं, जबकि भारती एयरटेल का मार्केट कैप 3 लाख करोड़ रूपये से कम है, और आईडिया वोडाफोन का मार्केट कैप मात्र 32,385 करोड़ रूपये है। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि कहाँ निवेश करना बेहतर है।
ऑटोमोबाइल्स कंपनियाँ भी देंगी जबरदस्त रिटर्न
इस समय फोर व्हीलर और टू व्हीलर बनाने वाली कंपनियाँ भी सुर्खियों में चल रही है। 5000 के स्तर से मारुति की सिफारिश की जा रही है और टाटा मोटर्स का भी यही हाल है। कुछ बेहतरीन प्रोजेक्ट्स लॉन्च करने के बाद टाटा मोटर्स की सेल्स में भी काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है। आगामी समय में Tata Moters कुछ और बेहतर प्रोजेक्ट्स लाने वाला है, जिससे कम्पनी के शेयर्स में काफी उछाल आने की संभावना है। कंपनियों के शेयर्स में पिछले कुछ महीनों में जबरदस्त गिराव देखने को मिले हैं, लेकिन अब उत्पादन शुरू होने वाला है तो अब शेयर्स में उछाल भी जरूर दिखेगा। ऐसे में ऑटोमोबाइल्स कंपनियों में निवेश करना भी बेहतर विकल्प हो सकता है।