Effect of Surya Grahan On All 12 Zodiac Sign: 21 जून रविवार को मृगशिरा तथा आर्द्रा नक्षत्र एवं मिथुन राशि में चूड़ामणियोग बन रहा है। और इस दिन आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि भी है। इस वजह से यह सूर्य ग्रहण चूड़ामणि सूर्यग्रहण या खण्डग्रास सूर्य ग्रहण के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा यह सूर्य ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण भी कहलाता है। इस वलयाकार सूर्य ग्रहण का सभी राशियों पर अलग अलग प्रभाव देखने को मिल सकता है। चूड़ामणियोग में लगने वाला सूर्य ग्रहण विशेष फलदायी और मंगलकारी माना जाता है। तो आइये जानते हैं ज्योतिषीय विश्लेषण के अनुसार इस सूर्य ग्रहण का 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा:
मेष राशि–
मेष राशि के जातकों के लिए यह कंकड़ सूर्य ग्रहण ग्रहण विशेष फलदायी माना गया है। कार्य एवं व्यापार में उन्नति और मान सम्मान में वृद्धि होगी। लिए गए निर्णय सफल होंगे, बस जातकों को अपना व्यवहार मीठा रखने को आवश्यकता है। जातकों को किसी भी वाहन चलते समय अथवा यात्रा करते समय सावधान रहने की जरुरत है। सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ विशेष फलदायी होगा।
वृषभ राशि-
यह ग्रहण पारिवारिक कलह और आर्थिक समस्या पैदा कर सकता है। स्वस्थ्य पर विपरीत प्रभाव देखने को मिलेगा, जातकों को भोजन आदि का विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें, परिवार में अलगाव पैदा न होने दें। किसी को कर्ज देने से बचना चाहिए। गुरु और श्री महालक्ष्मी की पूजा और अन्न दान लाभकर हो सकता है। ग्रहण के कुप्रभाव से बचने के लिए ललिता सहस्रनाम व देवी कवच का पाठ करें।
मिथुन राशि–
जातकों के लिए यह समय कष्टकारी हो सकता है। मानसिक अशांति हो सकती है, इस लिए जातकों को अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है। इन जातकों को अधिक से अधिक जप और ध्यान करना चाहिए, विष्णु सहस्त्रनाम, ॐ नमो नारायणा, के जप से लाभ प्राप्त होगा।
कर्क राशि–
आर्थिक हानि हो सकती है, स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। बायीं आँख का ध्यान दें और हृदय रोग से बचें। किसी मित्र अथवा सगे संबंधी द्वारा अशुभ समाचार मिल सकता है। दान करने खास कर कृत्रिम पैर, जूते के दान से ग्रहण का प्रभाव कम हो सकता है।
सिंह राशि–
सिंह राशि सूर्य की राशि है, इस वजह से इन जातकों को अप्रत्याशित लाभ प्राप्त होने की सम्भावना हैं। नौकरी में पदोनत्ति हो सकती है, विदेश से धन मिलने के योग हैं। संतान की तरफ से सुखद समाचार मिल सकता है। बड़े भाईयों से मतभेद पैदा न होने दें। माँ के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें।
कन्या राशि–
राशि से दशम भाव में पड़ने वाला यह ग्रहण माता पिता के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। बड़े अधिकारियों से अच्छे संबंध बनाये रखें। नौकरी में स्थान परिवर्तन की संभावनाएं हैं। विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें या सुनें। भगवद्गीता का दूसरा और चौथा अध्याय पढ़ें और समझें।
तुला राशि–
राशि से भाग्य भाव में पड़ने वाला ये ग्रहण नए कार्य में बाधा उत्पन्न कर सकता है। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। संतान संबंधी चिंता भी परेशान कर सकती है। कानून के विरुद्ध काम न करें। विधार्थियों को पढ़ाई में मन लगाने की जरुरत है। माता-पिता, और वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में रहें। धर्म कर्म में अरुचि बढ़ सकती है।
वृश्चिक राशि–
राशि से अष्टम भाव में पड़ने वाला यह ग्रहण स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। नकारात्मक विचार आने से बचें। पुराना धन वापिस मिलने की सम्भावना है। कार्य में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मौन धारण करना, ध्यान, समाधि में रहना लाभकर रहेगा।
धनु राशि–
राशि से सप्तम भाव में पड़ने वाले इस ग्रहण से आपके दांपत्य जीवन के कटुता आ सकती है। कोई भी कदम सोच विचार कर और पारदर्शिता के साथ उठायें। व्यापारियों के लिए समय अनुकूल रहेगा। सगे संबंधी अथवा मित्र से कष्टकर समाचार मिल सकते हैं। जातकों के लिए दिन में दो बार ध्यान करना, माता लक्ष्मी या देवी की पूजा करना, और सूर्य नमस्कार करना बहुत फायदेमंद रहेगा।
मकर राशि–
राशि से छठेभाव में पड़ने वाला सूर्य ग्रहण के जातकों के लिए लाभकारी रहेगा और कार्य में उन्नति होगी। स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है। कोर्ट कचहरी के मामले भी बाहर ही सुलझायें। आपके द्वारा लिए गए निर्णय तथा कार्यों की सराहना होगी।
कुंभ राशि–
राशि से पंचम भाव में पड़ने वाला यह ग्रहण रोमांस के मामलों में उदासीनता ला सकता है। प्रेम विवाह के निर्णय में विलम्भ हो सकते हैं। संतान संबंधी चिंता परेशान कर सकती है। विद्यार्थियों को सावधानी बरतना चाहिए, क्यूकी पढ़ाई में की गई लापरवाही नुकसानदेह साबित होगी। मंत्र साधना के लिए यह समय उत्तम रहेगा।
मीन राशि–
राशि से चतुर्थभाव में पड़ने वाला यह ग्रहण मानसिक उदासी दे सकता है। आर्थिक पक्ष मजबूत होने के आसार हैं। संगीत सुनना, शिव की पूजा करना विशेष लाभकारी होगा।