Sushant Singh Rajput case: सुशांत सिंह राजपूत का सुसाइड केस जैसे जैसे आगे बढ़ता जा रहा है यह एक मर्डर केस बनता जा रहा है। सुशांत के सुसाइड के पीछे क़ई कारण हो सकते है। इनमें से एक कारण सुशांत को उनकी गर्लफ्रेंड अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती का टॉर्चर करना भी हो सकता था। सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने रिया चक्रवर्ती के ऊपर आरोप लगाए कि रिया ने सुशांत को मानसिक प्रताड़ना दी, दवाओं का ओवरडोज़ दिया और उनके एकाउंट से पैसे भी निकाले। इस वजह से अब ED (Enforcement Directorate) भी रिया चक्रवर्ती के पीछे पड़ चुकी है।
जानें क्या है ED? (Enforcement Directorate)
अगर आप ED के बारे में नहीं जानते हैं तो बता दें कि यह एक केंद्रीय वित्तीय जांच एजेंसी है। ED की शुरुआत 1965 में हुई थी। ED का मुख्यालय देश की राजधानी नई दिल्ली में है और साथ में ED की मुम्बई और दिल्ली सहित देश की अन्य 8 सिटी में भी जोनल कार्यालय है। ईडी का काम वित्तीय घपलों की जांच-पड़ताल करना है। ईडी पैसों के घपले से जुड़े हुए मामलों की जांच करके सरकार को रिपोर्ट पेश करती है। यह एजेंसी मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों की जांच की वजह से लोकप्रिय है।
जानें आखिर रिया के पीछे क्यों है ED?
ईडी सुशांत के पिता केके सिंह के आदेश पर बिहार पुलिस द्वारा दर्ज कराई गई FIR के अनुसार अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती की जांच कर रही है। सुशांत के पिता ने रिया के ऊपर सुशांत के साथ आर्थिक फ्रॉड करने के आरोप भी लगाए हैं। ईडी ने 31 जुलाई को रिया चक्रवर्ती के खिलाफ केस दर्ज किया है।
रिया के ऊपर लगे इन आरोपों की जांच करेगी ईडी
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने सुशांत के केस में रिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवायी है। इस FIR में उन्होंने रिया और रिया के परिवार पर सुशांत के साथ आर्थिक फ्रॉड के आरोप लगाए। इन आरोपो में सुशांत के पिता ने कहा कि 2019 में सुशांत के अकाउंट में 17 करोड़ रुपये थे लेकिन अगले कुछ महिनों के अंदर ही करीब 15 करोड़ सुशांत के अकाउंट से ट्रांसफर कर दिए गए हैं। यह पैसे 3 ऐसे अकाउंट से ट्रांसफर हुए जिनका सुशांत से कोई संबंध नहीं था।
अपनी आय से अधिक का निवेश किया है रिया ने
बता दें कि रिया चक्रवर्ती ने साल 2018-19 में अपनी आय से काफी ज्यादा अधिक इन्वेस्ट किये हैं। रिया की आय मात्र 14 लाख थी जबकि रिया ने कुछ स्टार्टअप्स और कम्पनियों में पैसे इन्वेस्ट करने के साथ 2 बड़ी प्रॉपर्टी खरीदी है। जब रिया की आय इतनी नहीं है तो उन्होंने इतने पैसे कैसे खर्च किये। ईडी इस बात की जांच करने वाली है। ईडी को शक है कि यह मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है।
बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग का मतलब कले धन को सफेद बनाने से है। मनी लॉन्ड्रिंग में जबरन उगाही, वसूली, सट्टेबाजी, जुआ, चोरी आदि तरीकों से आने वाले काले धन को विभिन्न तरीकों से सरकार की नज़र से बचते हुए सफेद बनाने की कोशिश की जाती है। अगर रिया चक्रवती दोषी साबित होती है तो ईडी रिया की सम्पत्ति जब्त कर सकती है, उनके खिलाफ गिरफ्तारी और जब्ती का केस दर्ज कर सकती है।