श्रमिक स्पेशल से जुड़ी सम्पूर्ण गाइडलाइन, जानें कैसे, कब और कौन कर सकता है ट्रैन में सफर?

Trains for Migrant Labourers, Students, Pilgrims for tourists in Lockdown: पिछले कुछ महीनों से पूरी दुनिया के साथ भारत के भी हालत काफी नाजुक हैं। जानलेवा वायरस कोरोनावायरस से लोगों को बचाने के लिए सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया है और इस दौरान की लिमिट भी लगातार बढ़ाई जा रही है ताकि आने वाले समय में किसी बड़ी मुसीबत का सामना जनता को ना करना पड़े। लेकिन इस लॉकडाउन में सबसे बड़ी दिक्कत उन लोगों को हुई है जो अपने घर से दूर रहते हैं और लॉकडाउन से पहले घर नही आ पाए। ऐसे लोगो को न तो रहने के लिए घर मिल रहा है और ना ही खाने के लिए खाना। सरकार ने इन लोगों को घर पहुंचाने के लिए विशेष रेल ‘श्रमिक स्पेशल’ शुरू की है।

पॉइंट तो पॉइंट चलेगी श्रमिक एक्सप्रेस

भारत सरकार ने बाहर रहने वाले असहाय लोगो को घर पहुचाने के लिए ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेने शुरू की गयी है। इन ट्रेनों के जरिये बाहर काम करने वाले मजदूरों और अन्य लोगों को अपने राज्यों और जिलों में भेजा जा रहा है। राज्य सरकारों की अपील के अनुसार इन ट्रेनों को पॉइंट टू पॉइंट चलाया जा रहा है यानी कि यह ट्रेन एक बार एक जगह से स्टार्ट होने के बाद सीधे उसी जगह पर रुकेगी जहाँ का लक्ष्य था।

राज्य सरकार उठाएगा खर्च

भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही श्रमिक ट्रेन की खास बात यह है कि इस ट्रेन में बैठने वाले श्रमिकों को टिकट नहीं लेनी पड़ेगी। ट्रेन में श्रमिकों की यात्रा का पूरा खर्चा उनकी गृह राज्य सरकार उठाने वाली है। नाम के अनुसार यह ट्रेनें मुख्य रूप से श्रमिकों के लिए ही काम करेगी और सामान्य लोगों का इन ट्रेन में बैठना मना होगा।

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पैसेंजर्स की बनेगी लिस्ट

देश के विभिन्न कोनों में फंसे हुए श्रमिकों को अपने घर पहुंचाने के लिए चलाई जा रही इन ट्रेनों की खास बात यह है कि इनमें यात्रा करने वाले पैसेंजर्स की लिस्ट बनाई जाएगी। ट्रेन में यात्रा करने के लिए मजदूरों, छात्रों और अन्य प्रवासियों को अपने राज्य सरकार से यात्रा के लिए आवेदन करना होगा। यात्रा की अनुमति मिलने के बाद ही पैसेंजर ट्रेन में यात्रा कर सकेगा। स्टेशन पर भी वही लोग जा सकेंगे जिन्हें सरकार से अनुमति मिल जाएगी।

बैठने से पहले की जाएगी स्क्रीनिंग

इस समय पूरे देश में कोरोना का कहर है। यह वायरस इतना खतरनाक इसलिए है क्योंकि अब तक इसकी कोई दवाई नहीं बनी है। ऐसे में इस वायरस से बचने के लिए सबसे बेहतरीन दवा सोशल डिस्टेंसिंग ही है। ऐसे समय में लोगों का एक दूसरे से दूर रहना ही बेहतर माना जाता है। ऐसे में सरकार ने यात्रियों ट्रेन में बैठने से पहले उनकी स्क्रीनिंग करने की सुविधा भी उपलब्ध करवायी है। जिन राज्यों में श्रमिक स्पेशल ट्रेन को चलाया जाएगा उनमें यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी।

खाना-पानी की सुविधा भी देगी राज्य सरकार

देश को कोरोना की विप्पति से निकालने के लिए सभी सरकारी अपना योगदान दे रही है। श्रमिक स्पेशल ट्रेन से जिन यात्रियों को अपने गृह राज्य जाने की सुविधा दी जा रही है उनके लिए खाना पानी की सुविधा भी राज्य सरकार करने वाली है। जिस राज्य से यह ट्रेन चलेगी उस राज्य की सरकार यात्रियों के लिए खाने-पीने के सामानों का बंदोबस्त करेगी और यह सामान पहले से ही ट्रेन में मौजूद करा दिए जाएंगे।

ट्रेन में भी मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी

इस समय कोरोनावायरस से बचने के लिए सबसे बेहतरीन इलाज सोशल डिस्टेंटिंग और हमेशा चेहरे पर मास्क लगाए रखना है। ऐसे में भारत सरकार ने इस ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए नियम बनाया है कि उन्हें ट्रेन में भी मास्क पहने रखना और सोशल डिस्ट्रेसिंग का पालन करना जरूरी है।

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