Yoga Assana In Hindi: एक तरफ जहां लॉकडाउन से शहर की तमाम गतिविधियां बंद है तो वहीं यह लॉकडाउन हमें अपने घर के अंदर बहुत सारे कार्यों को करने का एक सुनहरा मौका भी दे रहा है। हमारे लिए उन कार्यों का करने का भरपूर समय है जिन्हें हम अपने घर में रहते हुए भी कर सकते हैं। अब तीन मई तक लॉकडाउन रहेगा। यानि की तीन मई तक हमें अपने अपने घरों में ही रहना होगा। ऐसे कुछ और दिनों के लिए हमारे पास काफी एक्स्ट्रा वक्त होगा। जिसका उपयोग में दूसरे कामों में कर सकते हैं। मौजूदा समय में हम पहले से पेंडिंग कार्यों का निपटारा कर सकते हैं। इंटरनेट के माध्यम से बहुत कुछ सीख सकते हैं। हम उन कामों को भी कर सकते हैं जिनमें भविष्य में हमें काफी फायदा पहुंचे। उन्हीं कार्यों में से एक कार्य है अपने शरीर को फिट बनाना। इसके लिए हम योग का सहारा ले सकते हैं।
Yoga Assana In Hindi
योग के कुछ आसान आसन हैं जिन्हे आप किसी योग इंस्ट्रक्टर के इंस्ट्रक्शन के बिना भी कर सकते हैं। योग आपके शरीर को तो सुदंर बनाता ही है, जबकि ये आपको मानसिक रूप से भी स्वस्थ्य नहीं रखता है। यानि योग आपके मानसिक और शारीरिक दोनों प्रकार के स्वास्थ्य का ख्याल रखता है। इसीलिए अगर आप सक्षम हैं तो योगा को अपनाये और स्वास्थ्य को बेहतर बनायें। आज हम आपको तीन तरह योग आसनों के बारे में बताने जा रहें हैं। जो तंदुरुस्त बनाने के साथ साथ आपके मासिक तनाव को भी काम करता है। साथ ही आपके इम्मुनिटी को भी बढ़ाता है। आपको मालूम ही होगा कि बिमारियों से लड़ने के लिए हमारे शरीर में बेहतर इम्मुनिटी यानि रोग प्रतोरोधक क्षमता का होना कितना जरुरी है। चलिए हम आपको बताते हैं वो तीन तरह के आसन कौन कौन से हैं। इन आसनों के नाम हैं: ताड़ासन, सुखासन और भुजंगासन। यह तीनों अपने आप में खास तरह के आसन होते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी है। बस हमें इसे सही से करने का तरीका हमें मालूम होना चाहिए होना चाहिए। जिसने हम आपके आगे बता रहें हैं।
ताड़ासन
सबसे पहले जानते हैं ताड़ासन के बारे में: ताड़ासन को करने से हमारे पैरों को काफी मजबूती मिलती है साथ ही हमारा पाचन तंत्र और फेफड़ा भी मजबूत होता है। इसके अलावा हमारी इम्यूनिटी भी काफी बढ़ती है। ताड़ाआसन करने के लिए सबसे पहले आप अपने पैर और कमर को सीधा करके जमीन या योगा मैट पर खड़े हो जाइए। इस दौरान अपने दोनों पैरों की एड़ियों को एक दूसरे से मिलाकर रखिये। हाथों को ऊपर की ओर सीधा रखिए। उसके बाद दोनों हाथों की हथेलियों को आपस में फंसा कर ऊपर उठाइए। इस समय आपकी हथेली का मुख आकाश के तरफ होनी चाहिए। उसके बाद आप धीरे-धीरे सांस लीजिए और पंजों के बल खड़े होते हुए शरीर को ऊपर की ओर खीचिए और सांस लेते हुए कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहिए। उसके बाद धीरे-धीरे सांस को छोड़ते हुए अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाईये। इस क्रिया को 7 से 10 बार दोहरा सकते हैं।
भुजंगासन
अब जानते हैं भुजंगासन के बारे में: भुजंगासन शरीर में लचीलापन को बनाए रखता है। इस आसन को करने से हमारे पेट की चर्बी आसानी से घट जाती है। यानी कि आप भुजंगासन से अपनी पेट की चर्बी को घटा कर अपने बदन का नियंत्रण भी कर सकते हैं। भुजंगासन को करने के लिए सबसे पहले आप अपने योगा मैट पर पेट के बल लेट जाइए। उसके बाद अपने दोनों हाथों की हथेलियों को अपने कंधों के सिध में रखिए। ध्यान रहे कि इस दौरान आपके दोनों पैरों के बीच में दूरी भी नहीं होनी चाहिए और न हीं आपके पैर तने हुए होने चाहिए। पेट के बल लेटने और आप धीरे-धीरे सांस को लेते हुए अपने शरीर के अगले भाग को ऊपर की ओर उठाइए। ऊपर की ओर जाने के बाद कुछ सेकंड इस अवस्था में रहिये और धीरे-धीरे सांस को छोड़ते हुए अपने पहले की अवस्था में आ जाइये।
सुखासन
अंत में हम बात करते हैं सुखासन के बारे में: सुखासन भी हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक है। सुखासन हमारे शरीर में दिमाग की ताकत को बढ़ाने के लिए जाना जाता है इस योग को करने के बाद आप दिमागी रूप से तंदुरुस्त और काफी तेज हो सकते हैं। सुखासन को करने के लिए आप सबसे पहले अपने योगा मैट पर आराम से पालथी मारकर बैठ जाइए अपने को सीधा रखें. अब सीधे बैठने के बाद आप अपने हथेलियों को या तो अपने गोद में रख सकते हैं या अपने घुटनों पर रख सकते हैं। इसके बाद आप धीरे धीरे सांस लेते हुए ध्यान लगाना शुरू कर दीजिये। अगर आप इस आसन में ढाई से 3 घंटे 2:30 से 3 घंटे तक बैठ लेते हैं आपको काफी फायदा पहुंचेगा। कहा जाता है कि जो व्यक्ति इस आसन में ढाई घंटे तक बैठने लगता है वह इसका का मास्टर हो जाता है। ध्यान रहे कि सूखापन को करने के दौरान आपको मुद्राओं का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। क्योंकि मुद्राओं के साथ भी आपको इस आसन में ध्यान लगाना होता है।