Uttarakhand Glacier Burst: उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने से 7 लोगों की मौत, 170 लापता, सुरंग में फसे सभी लोग निकाले गए

Uttarakhand Glacier Burst: उत्तराखंड देश के उन राज्यो में से एक हैं जहाँ सबसे अधिक प्राकृतिक आपदाएं देखी जाती हैं। हाल ही में उत्तराखंड के चमोली में एक बड़ा हादसा देखने को मिला है। दरअसल उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में नंदा देवी नेशनल पार्क के कोर जॉन में मौजूद ग्लेशियर के फटने से रैणी नामक गांव के पास ऋषि गंगा तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूट गया जिससे इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे कई मजदूरों को बहने की आशंका बताई जा रही है। इस प्रोजेक्ट का नाम ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट था जिस पर कई लोग काम कर रहे थे लेकिन ग्लेशियर फटने से नदी में आये पानी में उछाल के कारण प्रोजेक्ट और प्रोजेक्ट पर काम करने वाले लोगों को क्षति पहुची है।

Uttarakhand Glacier Burst

पहले से सामान्य हो चुका है अब बहाव

ग्लेशियर के फटने के बाद केवल कुछ समय तक ही नदी तीव्र मोड़ पर रही थी और उसके बाद अपने आप शांत हो गयी। वर्तमान में नदी सामान्य से मात्र 1 मीटर ऊपर बह रही है। उत्तराखंड के बड़े ऋषि गंगा पावर के अलावा काफी सारे छोटे छोटे बांध टूट गए हैं। ग्लेशियर टूटने के मामले में SDRF के 60 से ज्यादा जवानों को अलग अलग टुकड़ियों में घटनास्थल के आसपास रवाना किया गया है ताकि लोगों को बचाया जा सके और सही आंकड़े जाने जा सके। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने खुद यह बात ट्वीट करके बताई है कि ‘राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है। नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है लेकिन बहाव कम होता जा रहा है’।

7 लोगों की हुई मौत और 170 हैं लापता

देवभूमि माने जाने वाली उत्तराखंड में अक्सर इस प्रकार की दिल दहला देने वाली प्राकृतिक आपदाएं देखी जाती हैं। उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना को लेकर हाल ही में आधिकारिक आंकड़े सामने आए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र के द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार घटना में चमोली में ग्लेशियर फटने की इस घटना में करीब 7 लोगो की मौत हुई हैं। 6 लोगो के घायल होने की खबर आई हैं वही 170 लोगों का अब तक कोई आंकड़ा नहीं हैं, कहा जा रहा है कि वह लापता हैं। राज्य सरकार ने कहा कि हैं कि हमने विभिन्न एजेंसियों को काम पर लगाया है ताकि अधिक से अधिक लोगों को बचाकर वापस लाया जा सके।

Leave a Comment