Uttrakhand School Reopen : कोरोना की वजह से दुनिया के सभी देशो की शिक्षा प्रणाली और नकारात्मक प्रभाव पड़ा हैं। कुछ समय के अंतराल की बाद ऑनलाइन क्लासेज जरूर शुरू हुई लेकिन यह प्रणाली जब विकसित देशों में कुछ खास स्वीकार नही की गई तो फिर भारत जैसे विकासशील देशों में तो क्या ही फर्क पड़ सकता हैं। लेकिन इन सबके बावजुद भी भारत मर ऑनलाइन क्लासेज की प्रणाली को बखूबी अनुसरण किया गया और छात्रों ने नए तरीके से शिक्षा ग्रहण की। लेकिन मुख्य दिक्कत उन लोगो को हुई जिनके पास उपयुक्त संसाधन नही थे। लेकिन अब केंद्र सरकार स्कूल खोलने की अनुमति दे चुकी है और राज्य सरकार अपने हिसाब से स्कूल खोल सकती हैं। कई राज्यो में स्कूल खोल दिये गए है और कई में अभी खोलना बाकी हैं। हाल ही में उत्तराखंड सरकार ने भी राज्य में स्कूल खोलने का फैसला ले लिया हैं।
8 फरवरी से उत्तखण्ड में शुरू हो रही हैं 6ठी से 12वी तक कि कक्षाएं
कई राज्यो समेत उत्तखण्ड में भी 9वी से 12वी तक के छात्रों की कक्षाएं शुरू कर दी गयी थी ताकि वह अपना सिलेबस कवर कर सके। लेकिन 6ठी से 8वी तक के छात्रों की कक्षाओ पर कोई फैसला नही लिया गया था। आख़िरकार 6ठी से 8वी तक के छात्रों के ऊपर भी सरकार का फैसला आ चुका हैं। 8 फरवरी से उत्तराखंड में छुट्टी से लेकर 12वीं तक के छात्रों के स्कूल अवकाश के अलावा निरंतर खोले जाएंगे। हाल ही में शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री ने एक मीटिंग की थी और उस मीटिंग के अंतर्गत काफी फैसले लिए गए। इन्ही में से एक फैसला कक्षा 6 से लेकर 10 तक के स्कूल खोलने को लेकर भी था। फैसले के अनुसार आगामी 8 तारीख से 6ठी से 12वी तक के विद्यालय भी लगातार चलेंगे।
जाने क्या है पूरा मामला?
शनिवार को मुख्यमंत्री के द्वारा बिठाई गयी बैठक में फैसला किया गया कि 8 फरवरी से कक्षा 6 से लेकर 12 तक के छात्रों की ऑफलाइन कक्षाएं शुरू की जाएगी। इसके अलावा कोचिंग इंस्टिट्यूशन और अन्य निजी शिक्षण संस्थाए भी ओपन कर दी जाएगी। इस बैठक में केवल स्कूलों को खोलने को लेकर ही नहीं बल्कि पुलिस भर्ती नियमों में संशोधन और कारखाना अधिनियम में संशोधन पर भी सहमति से जुड़े हुए फैसले भी किये गए हैं। इस बैठक में हुए फैसले के अनुसार एडीआरएफ़ को नैनीताल में 75 एकड़ जमीन दी जाएगी।