What Is PFI And Why It Is Trending: जब भी देश में कोई बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी होती है तो उसमें पीएफआई का नाम जरूर आता है। सालों पहले जब बाबरी मस्जिद को गिराया गया था तब भी PFI का नाम सामने आया था और इस साल जब लोगों ने एनआरसी और सीएए जैसे कानूनों का विरोध किया तब भी पीएफआई (PFI) का नाम सामने आ रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि पीएफआई देश में माहौल खराब करने वाली संस्था है। पीएफआई को आंदोलनों के लिए भी कई बार दोषी ठहराया जा चुका है।
हाथरस कांड में पीएफआई का नाम आया सामने
हाल ही में उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में दुष्कर्म की घटना सामने आयी थी। उत्तर प्रदेश के चुनाव करीब होने के कारण इस मामले पर जमकर राजनीति की जा रही है। लेकिन अब तक यह मामले क्लियर नहीं हो पा रहा है क्योंकि कई लोग इसे दुष्कर्म का मामला बता कर माननीय मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी जी पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ दुर्घटना वाले इलाके के नजदीकी लोगों का मानना है कि आपसी रंजिश के तहत मारपीट हुई है।
हाल ही में इस मामले में पीएफआई का नाम भी सामने आया है। कहा जा रहा है कि पीएफआई मोटा पैसा खर्च करके उत्तर प्रदेश राज्य में माहौल खराब करने की तैयारी में था। लेकिन उत्तर प्रदेश की खुफिया एजेंसियों के कारण पीएफआई सफल नहीं हो सकी।
What Is PFI And Why It Is Trending: अखिर क्या है पीएफआई और क्यों हो रहा है ट्रेंड?
पीएफआई (PFI) का पूरा नाम पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया है जो की एक इस्लामिक संघटन है। यह संगठन अपने आप को पिछड़े हुए और अल्पसंख्यक लोगों के के हक में आवाज उठाने वाला संघठन बताता हैं। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की स्थापना साल 2006 में एनडीएफ यानी कि नेशनल डेवलपमेंट फ्रंट के उत्तराधिकारी के रूप में हुई थी। यह संघठन केरल और कालीकट जैसी जगहों पर काफी सतर्क है।
वर्तमान में इस संगठन का मुख्यालय दिल्ली के शाहीन बाग में है जहां पर सीएए और एनआरसी जैसे कानूनों को लेकर 100 दिन से भी अधिक दिन तक लंबा विरोध चला था। इस संगठन की अधिकतम गतिविधियां देश की मुस्लिम जनसंख्या के आस-पास ही घूमती है। बता दें कि संगठन के लीडर्स मुस्लिमों को आरक्षण दिलवाने के लिए रोड तक आए है।
उत्तर प्रदेश में पीएफआई को बैन करने की मांग
कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में पीएफआई के कार्यकर्ता लव जिहाद फैलाने से लेकर भड़काने के कार्य कर रहे हैं जिसके वजह से उत्तर प्रदेश में इस संगठन बैन करने की मांग उठायी जा रही है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में इस संगठन पर काफी गंभीर आरोप लगाए गए हैं जिस वजह से इस संगठन को बंद करने की मांग की जा रही है। हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस संगठन के कुछ कार्यकर्ताओं को हाथरस मामले में दंगा फैलाने की साजिश के लिए भी गिरफ्तार किया है।