Why President’s Rule In West Bengal: बंगाल उन राज्यों में से एक है जहाँ बीजेपी की काफी नज़र रहती है। सोशल मीडिया पर अक्सर ऐसे खबरें सुनने में आती हैं, जिनमें कहा जाता है बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और RSS के लोगों को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के द्वारा प्रताड़ित किया जाता है, और यहां तक कि कई कार्यकर्ताओं के तो मर्डर होने की खबरें भी सामने आती हैं। सोशल मीडिया पर काफी सारे लोग ममता बनर्जी को तानाशाह के नाम से भी पुकारते हैं। हाल ही में कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी ममता बनर्जी को फटकार लगाते हुए कहा था कि भारत को आजाद ही रहने दो। केंद्र में मौजूद भारतीय जनता पार्टी लगातार ममता बनर्जी के खिलाफ उनके खिलाफ बयान देती रहती है। जल्द ही बंगाल में चुनाव आने वाले हैं और हालातों को देखकर ऐसा लगता है कि बंगाल में चुनाव से पहले ही राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया जाएगा।
Mukul Roy demands imposition of President’s Rule in West Bengal: राज्यपाल जगदीप धनखड़ में केंद्र सरकार को भेजी रिपोर्ट
हाल ही में शुक्रवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सोशल मीडिया पर बयान दिया था कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी के कार्यकर्ताओं के साथ काफी बुरा बर्ताव किया जा रहा है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बताया कि वह केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट भेज चुके हैं, और उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आग से ना खेलने की सलाह दी थी। राज्यपाल जगदीप धनखड़ का यही बयान है जो लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर रहा है कि केंद्र सरकार को उनकी भेजी गई रिपोर्ट पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले ही राष्ट्रपति शासन को लागू करने का काम करवा सकती है।
What is President’s Rule: जानें क्या होता है राष्ट्रपति शासन?
अगर आपको राष्ट्रपति शासन के बारे में अधिक जानकारी नहीं है, तो बता दें कि आर्टिकल 356 के मुताबिक अगर राष्ट्रपति को ऐसा लगता है कि राज्य सरकार संविधान के मुकाबले काम नहीं कर रही है, तो वह राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर सकता है। अगर राज्य में चुनाव के बाद कोई भी दल गठबंधन सरकार बनाने की स्थिति में नहीं होता है तो ऐसे समय में भी राष्ट्रपति शासन लागू किया जा सकता है। अगर मौजूदा सरकार इस्तीफा दे देती है तो भी आर्टिकल 356 के तहत राष्ट्रपति शासन लागू किया जा सकता है। इसके अलावा अगर राज्य सरकार केंद्र के किसी आदेश का पालन नहीं करती है तो भी राष्ट्रपति शासन लागू किया जा सकता है।
Why President’s Rule In West Bengal: बंगाल में क्यों लग सकता है राष्ट्रपती शासन?
बंगाल में 4 महीने बाद चुनाव है और वर्तमान में बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगने की बात चल रही है। पश्चिम बंगाल में पिछले काफी समय से काम कर रहे जर्नलिस्ट दिलीप गिरी का कहना है कि भाजपा के नेताओं की प्रतिक्रिया को देखकर लगता है कि बंगाल में बहुत जल्द राष्ट्रपति शासन लगने वाला है। बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के नेता अपने वोटरों से कह रहे हैं कि सभी वोटर वोट डाल सकेंगे और वोटरों की सुरक्षा केंद्रीय एजेंसियां करेंगी। बंगाल में जिस तरह भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिक कार्यक्रमों को रोका जा रहा है उस तरह से पार्टी उस पर राष्ट्रपति शासन का अंकुश लगाना चाहती है। सुभाष कश्यप कहते हैं कि चुनाव से 4 महीने पहले राष्ट्रपति शासन का लगना राज्यपाल की रिपोर्ट और राष्ट्रपति के विवेक पर निर्भर करता है।